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उदितवाणी, जमशेदपुर: अब जिले के सभी विद्यालयों में डोर स्टेप-डिलिवरी के तहत चावल की आपूर्ति की जाएगी। इससे स्कूलों में एमडीएम चावल को लेकर आ रही समस्याओं से काफी हद तक निजात मिलेगी। मध्याह्न भोजन योजना के चावल की डोर स्टेप-डिलिवरी की व्यवस्था जनवरी 2023 से शुरू होगी। इसको लेकर शिक्षा सचिव के आदेश पर कवायद शुरू हो गई है।
इस बाबत जिले के सभी प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी, अवर विद्यालय निरीक्षकों को पत्र जारी किया गया है। विभागीय सचिव से प्राप्त निर्देश के अनुसार, प्रखंड से विद्यालय तक चावल पहुंचाना है। इस संबंध में कई निर्देश दिए गए हैं। वितीय वर्ष 2022-23 में जनवरी 2023 से सभी विद्यालयों तक चावल पहुंचाने की व्यवस्था इसी निर्देश के आलोक में करनी है। इसे उपायुक्त सह अध्यक्ष जिला स्तरीय स्टेयरिंग सह मानीटरिंग कमेटी के आदेश से डोर स्टेप-डिलिवरी के माध्यम से कराना है। इसके लिए स्वतंत्र एजेंसी का चयन किया जाना है। एजेंसी के चयन के लिए विज्ञापन पांच दिसंबर 2022 तक प्रकाशित कर देना है।
वहीं उधर अब सरकारी स्कूलों के शिक्षकों को मध्याह्न भोजन का जुगाड़ करने की पूरी प्रक्रिया से अब राहत मिलने जा रही है। पहले मध्याह्न भोजन के लिए सामान खरीदने से लेकर उसे स्कूल तक पहुंचाने का झमेला भी शिक्षकों को झेलना पड़ता था, लेकिन अब शिक्ष सचिव के दिशा-निर्देश के बाद शिक्षकों को मध्याह्न भोजन के क्रय-विक्रय के झमेले मुक्ति मिलने जा रही है।
पिछले दिनों झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ ने इस बाबत मांग जोर-शोर से उठाया था। अब शिक्षा सचिव की ओर से पत्र लिखकर शिक्षकों को इससे मुक्त रखने का निर्देश जारी कर दिया गया है। सचिव की ओर से जारी पत्र में कहा गया है कि किसी भी परिस्थिति में विद्यालय कार्यावधि में कोई भी शिक्षक मध्याह्न भोजन योजना से संबंधित कार्य, यथा क्रय, विक्रय, आपूर्ति, भंडारण, भोजन निर्माण-वितरण से संबंधि कार्य हेतु विद्यालय परिसर से बाहर नहीं जाएंगे। कहा गया है कि अब विद्यालय प्रबंधसमिति सहित उसकी उप समिति सरस्वती वाहिनी संचालन समिति (माता समिति) के माध्यम से आवश्यक निर्णय लेते हुए मध्याह्न भोजन का कार्य संपादित किया जाए।
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