
उदित वाणी, जमशेदपुर: धालभूम क्लब, जमशेदपुर में जिला प्रशासन द्वारा पहली बार एक दिवसीय ‘आम उत्सव सह बागवानी मेला 2025’ का आयोजन किया गया। इसका उद्देश्य जिले में आम की खेती को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर तक पहुंचाना है। इस आयोजन में जिले के सुदूरवर्ती अंचलों से आए किसानों ने हिस्सा लिया। उन्होंने अपने बगीचों में उगाए गए आमों और अन्य बागवानी फसलों की सुंदर प्रदर्शनी लगाई।
प्रशासनिक अधिकारियों ने बढ़ाया उत्साह
इस मौके पर उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी, उप विकास आयुक्त अनिकेत सचान सहित कई वरिष्ठ पदाधिकारी उपस्थित रहे। उन्होंने न केवल प्रदर्शनी का अवलोकन किया, बल्कि किसानों से बातचीत कर उनकी फसल की गुणवत्ता, तकनीक और उत्पादन प्रक्रिया की भी जानकारी ली।
कई किस्मों के आम बने आकर्षण का केंद्र
मेले में आम की विविध किस्मों ने सबका ध्यान आकर्षित किया। इनमें आम्रपाली, लंगड़ा, हिमसागर, फज़ली और दशहरी प्रमुख रहे।
उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी ने इस अवसर पर जिले के प्रगतिशील किसानों को प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया और उनके प्रयासों की सराहना की। सम्मान पाने वालों में बोड़ाम के दिनबंधु महतो, पटमदा के अशोक महतो, मुसाबनी के हेमंत गिरि, चाकुलिया के मनेंद्र नाथ महतो और फलों के निर्यातक अब्दुल हमीद खान शामिल रहे।
अब मिलेगा उचित बाजार और प्रशिक्षण
यह उत्सव केवल एक प्रदर्शनी न होकर किसानों के लिए एक नए बाज़ार का द्वार भी साबित होगा। जिला प्रशासन का उद्देश्य है कि जो किसान अपने फलों को सस्ते दामों में बेचने को मजबूर थे, उन्हें अब उचित मूल्य और बड़ा खरीदार मिले। किसानों को बेहतर तकनीकों की जानकारी देने के लिए प्रशिक्षण सत्र भी आयोजित किए जाएंगे। बिरसा हरित ग्राम योजना से जुड़कर कई किसानों ने बड़े पैमाने पर आम का उत्पादन किया है। प्रशासन ने आश्वासन दिया कि इस पैदावार को उचित बाजार दिलाने में हरसंभव सहयोग किया जाएगा।
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