उदित वाणी, जमशेदपुर: गुलमोहर हाई स्कूल में 21 दिसंबर, 2024 को ‘साहित्यिक महाकुंभ – पढ़ने के जश्न’ कार्यक्रम का आयोजन हुआ, जिसमें 34 स्कूलों और गैर सरकारी संगठनों के 600 से अधिक छात्र एकत्र हुए. इस आयोजन ने न केवल शैक्षिक उत्कृष्टता की 70वीं वर्षगांठ को मनाया, बल्कि युवाओं में साहित्य के प्रति उत्साह और सृजनात्मकता को भी बढ़ावा दिया.
मुख्य अतिथियों का स्वागत
इस महत्वपूर्ण अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में टाटा मोटर्स के जमशेदपुर प्लांट के प्रमुख श्री सुनील कुमार तिवारी और विशिष्ट अतिथि पूर्वी सिंहभूम के जिला शिक्षा अधिकारी श्री मनोज कुमार ने कार्यक्रम में शिरकत की. कार्यक्रम में कई प्रधानाचार्य और शिक्षा के क्षेत्र से जुड़े गणमान्य लोग भी मौजूद रहे, जिन्होंने इस आयोजन की गरिमा को और बढ़ाया.
साहित्यिक महाकुंभ की आकर्षक गतिविधियाँ
इस महाकुंभ में छात्रों के बीच पढ़ने के प्रति उत्साह को बढ़ाने के लिए कई प्रकार की गतिविधियों का आयोजन किया गया. खास तौर पर नवाचार पद्धति से तैयार किए गए कहानी कहने के सत्र और सहयोगात्मक कार्यशालाओं ने विद्यार्थियों को पढ़ाई के प्रति रुचि और जुनून जगाने में मदद की.
मुख्य आकर्षण
1. बुकवॉर्म लिटक्विज़ के विजेता
o प्रथम स्थान – लोयोला स्कूल, टेल्को: मानवी मेघानी, कृपा भाटिया, रयान ग्रेसियस बनर्जी
o दूसरा स्थान – हिल टॉप स्कूल, टेल्को: शरद मामिदी, अदिति कृति, वंशज नीलेश रंगूनी
o तीसरा स्थान – जे.एच. तारापोर स्कूल: निष्ठा कुमारी, आराध्या अग्रवाल, दासु कीर्तन
2. सहयोगात्मक कार्यशालाएँ
छात्रों के बीच पढ़ने की आदत को बढ़ावा देने के लिए स्कूलों द्वारा साझा की गई सर्वोत्तम प्रथाओं पर आधारित कार्यशालाएँ आयोजित की गईं.
3. नवोन्मेषी कहानी कहने के सत्र
इस सत्र में पारंपरिक और समकालीन कथाओं का संयोजन किया गया, जिससे छात्रों की रुचि और प्रेरणा को नई दिशा मिली.
4. फ़्लेयर देयर फैंटेसीज़ पुस्तक मेला
पुस्तक मेले में सस्ती कीमतों पर किताबों का वितरण किया गया, जिससे प्राप्त आय का उपयोग एक सामाजिक उद्देश्य के लिए किया जाएगा.
5. बिब्लियोथेरेपी (एक सबसे अच्छा दोस्त खोजें)
भावनात्मक कल्याण और उपचार को बढ़ावा देने के लिए कहानियों की शक्ति का उपयोग किया गया.
6. रैंप वॉक, लाइव संगीत और नृत्य प्रदर्शन
इस कार्यक्रम ने शिक्षाविदों को मनोरंजन और रचनात्मकता के जश्न में शामिल होने का अवसर दिया.
समाज में बदलाव का योगदान
इस कार्यक्रम के माध्यम से प्राप्त आय का उपयोग वंचित बच्चों को शिक्षा प्रदान करने के लिए किया जाएगा, जिससे यह आयोजन न केवल युवा मानसिकता को प्रेरित करेगा, बल्कि समाज में सार्थक बदलाव भी लाएगा.
विद्यालय की भूमिका
कार्यक्रम का नेतृत्व प्रधानाध्यापिका प्रीति सिन्हा और उप प्रधानाध्यापिका अर्चना श्रीवास्तव ने किया. दोनों ने इस कार्यक्रम को परिवर्तनकारी और सामाजिक बदलाव की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया. शिक्षिकाएँ मधुचंदा सरकार और गार्गी मुखर्जी ने इस महाकुंभ के सफल आयोजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. गुलमोहर हाई स्कूल ने एक बार फिर यह साबित किया कि वह शहर में साक्षरता और रचनात्मक अभिव्यक्ति को बढ़ावा देने में अग्रणी है.
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