यूजी में दाखिले के लिए इस बार विषयों के बास्केट में किया गया है बदलाव
उदित वाणी, जमशेदपुर: कोल्हान विश्वविद्यालय के सभी अंगीभूत व संबद्धता प्राप्त कॉलेजों में नये सत्र से स्नातक जनरल कोर्स की पढ़ाई बंद हो जायेगी. सभी छात्रों को स्नातक में रेगुलर कोर्स करना होगा. जनरल कोर्स की पढ़ाई विवि में नयी शिक्षा नीति के लागू होने के कारण बंद होनेवाली है. पिछले साल तक वैसे छात्र जिनका इंटर में 45 प्रतिशत से कम अंक आता था, वह स्नातक में जनरल कोर्स करते थे.
स्नातक जनरल कोर्स करने वाले छात्र ऑनर्स पेपर की पढ़ाई नहीं कर सकते थे. अब नई शिक्षा नीति के लागू होने से इसे बंद किया जा रहा है. अब इंटर में पास सभी छात्र यूजी रेगुलर कोर्स कर सकते हैं. नयी व्यवस्था में अब सभी छात्र अपने पसंद के विषय में बैचलर डिग्री ले सकेंगे.
नई व्यवस्था के तहत अब छात्र बैचलर इन आट्र्स (बीए), बैचलर इन साइंस (बीएससी) या बैचलर इन कॉमर्स (बीकॉम) की डिग्री नहीं मिलेगी. अब छात्रों को संबंधित विषय में बैचलर डिग्री दी जायेगी. अगर फिजिक्स में तीन वर्ष तक स्नातक की पढ़ाई करता है, तो उसे बैचलर इन फिजिक्स की डिग्री दी जायेगी.
जूलॉजी में करने वाले को जूलॉजी ऑनर्स की डिग्री. अगर इसी विषय में चार वर्षीय यूजी कोर्स करने वाले छात्र को बैचलर इन फिजिक्स- जूलॉजी विथ ऑनर्स एंड रिसर्च की डिग्री दी जाएगी.
अब आट्र्स- साइंस की जगह नेचुरल साइंस, सोशल साइंस, कॉमर्स और ह्यूमैनिटीज की पढ़ाई
नई शिक्षा नीति के तहत अब कॉलेजों में आट्र्स और साइंस कैसे संकाय को समाप्त कर इन्हें नया नाम दिया गया है. इसके तहत आट्र्स, कॉमर्स व साइंस की जगह स्नातक में नेचुरल साइंस, सोशल साइंस, कॉमर्स और ह्यूमैनिटीज के बास्केट होंगे. नए सत्र में इस्बार यूजी में दाखिला लेने वाले विद्यार्थी इन्हीं चार बास्केट (नेचुरल साइंस, सोशल साइंस, कॉमर्स और ह्यूमैनिटीज) में विभाजित विषयों को लेनाकेंगे.
किस बास्केट में क्या-क्या मेजर सब्जेक्ट
नेचुरल साइंस : इस बास्केट में बोटनी, रसायन, गणित, भौतिकी, भूविज्ञान, स्टेटिक्स व जूलॉजी बतौर मेजर सब्जेट लिए जा सकते.
सोशल साइंस : इसके बास्केट में एंथ्रोपोलॉजी, अर्थशास्त्र, भूगोल, इतिहा, होम साइंस, पॉलिटिकल साइंस, साइकोलॉजी, सोशियलॉजी विषय मेजर सब्जेक्ट के रूप में लिए जा सकते हैं.
कॉमर्स : कॉमर्स के बास्केट में सिर्फ कॉमर्स ही मेजर सब्जेक्ट है. इसमें कोई विकल्प उपलब्ध नहीं है.
ह्यूमैनिटीज बास्केट : ह्यूमैनिटीज बास्केट में फिलोसफी, बंगाली, इंग्लिश, हिन्दी, हो, खडिय़ा, कुड़माली, कुड़ुख, मुंडारी, नागपुरी, पंच परगनिया, संस्कृत व उर्दू मेजर सब्जेक्ट के विकल्प के रूप में उपलब्ध होंगे.
सीयूईटी दूसरे स्लॉट की परीक्षा 4 अगस्त से
कॉलेजों के अंडर ग्रेजुएट पाठ्यक्रमों में दाखिले के लिए कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (सीयूईटी) आयोजित किया जा रहा है. सीयूईटी यूजी के लिए देश और देश के बाहर कुल मिलाकर लगभग 14 लाख 90 हजार उम्मीदवारों ने पंजीकरण करवाया है. 15 जुलाई को शुरू हुए पहले स्लॉट में लगभग 8 लाख 10 हजार उम्मीदवार के लिए परीक्षा आयोजित की जा चुकी है.
पहले स्लॉट की परीक्षाएं पूरी होने के बाद अब 4 अगस्त से दूसरे स्लॉट में लगभग 6 लाख अस्सी हजार उम्मीदवार कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट देंगे. सीयूईटी के पहले और दूसरे स्लॉट के बीच अभी फिलहाल जेईई मेंस की परीक्षाएं ली जा रही हैं. जेईई मेंस और सीयूईटी की तारीखों में टकराव न हो इसलिए फिलहाल सीयूईटी नहीं ली जा रही है.
यह दोनों ही परीक्षाएं नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) द्वारा ली जा रही है. पहले स्लॉट की परीक्षा 15, 16, 19, 20 जुलाई को ली गई थी. नेशनल टेस्टिंग एजेंसी के मुताबिक जेईई मेन परीक्षा के कारण बीच में ब्रेक दिया गया है. ब्रेक के उपरांत दूसरे स्लॉट की परीक्षाएं 4 से 10 अगस्त तक चलेगी. गौरतलब है कि 17 जुलाई को नीट यूजी की परीक्षा होने के कारण भी सीयूईटी नहीं हुआ था.
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