उदित वाणी, जमशेदपुर: भारतीय मानक ब्यूरो (BIS) के जमशेदपुर शाखा कार्यालय द्वारा अक्षय तृतीया के पावन अवसर पर मंगलवार को एक विशेष ज्वैलर्स जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया. यह कार्यक्रम सिंहभूम चैंबर ऑफ कॉमर्स, बिस्टुपुर परिसर में आयोजित हुआ, जिसमें लगभग 50 पंजीकृत और गैर-पंजीकृत आभूषण विक्रेताओं ने भाग लिया.
गुणवत्ता और मानकीकरण की दी गई गहरी जानकारी
कार्यक्रम का उद्घाटन कुणाल कुमार, निदेशक एवं प्रमुख, बीआईएस जमशेदपुर शाखा द्वारा किया गया. उन्होंने प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए आभूषण क्षेत्र में गुणवत्ता मानकों की उपयोगिता और उनकी प्रासंगिकता को रेखांकित किया.उन्होंने IS 1417, IS 2112, IS 1418, IS 2113 तथा IS 15820 जैसे महत्वपूर्ण भारतीय मानकों का उल्लेख करते हुए बताया कि ये न केवल उत्पाद की गुणवत्ता सुनिश्चित करते हैं, बल्कि कानूनी मानकों के अनुरूप भी हैं.
ज्वैलर्स से की गुणवत्ता प्रतिबद्धता की अपील
कुमार ने उपस्थित ज्वैलर्स से आग्रह किया कि वे गुणवत्ता को सर्वोच्च प्राथमिकता दें. उन्होंने कहा कि ग्राहकों का विश्वास तभी बढ़ेगा जब उत्पाद प्रमाणिक और मानकीकृत होंगे. उन्होंने बताया कि अब तक भारत के 361 जिलों में हॉलमार्किंग योजना अनिवार्य हो चुकी है.
पंजीकरण और प्रक्रिया को लेकर स्पष्ट मार्गदर्शन
बीआईएस टीम ने ज्वैलर्स को ऑनलाइन पंजीकरण प्रक्रिया, आवश्यक दस्तावेजों की सूची तथा सुव्यवस्थित अनुपालन प्रक्रिया के बारे में विस्तृत जानकारी दी. इस विषय पर सभी प्रतिभागियों ने उत्साहपूर्वक चर्चा की.
संवादात्मक रहा सत्र, उठे व्यावहारिक प्रश्न
कार्यक्रम का सत्र सजीव संवाद से भरपूर रहा. ज्वैलर्स ने हॉलमार्किंग और प्रमाणन प्रक्रिया को लेकर अपने अनुभव साझा किए, प्रश्न पूछे और बीआईएस अधिकारियों से मार्गदर्शन प्राप्त किया. टीम ने स्पष्ट किया कि मानकों के अनुपालन से ही उपभोक्ता सुरक्षा, उत्पाद की प्रमाणिकता और उद्योग में स्थायी विश्वास संभव है.
अंत में शुभकामनाओं के साथ प्रतिबद्धता दोहराई
समापन भाषण में कुमार ने सभी प्रतिभागियों को अक्षय तृतीया की शुभकामनाएं दीं और कहा कि बीआईएस आगे भी इस तरह के कार्यक्रमों के माध्यम से ज्वैलर्स के साथ संवाद बनाए रखेगा.
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