उदित वाणी जमशेदपुर : आदिवासी सेंगेल अभियान के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह पूर्व सांसद सालखन मुर्मू को पुलिस ने गुरुवार को उसके कदमा स्थित आवास पर हाउस अरेस्ट कर लिया. सुबह अचानक पुलिस टीम उनके आवास पहुंची और घर को चारों ओर से घेर लिया है. इस दौरान उन्हें घर से कहीं भी आने जाने की अनुमति नहीं थी. पुलिस की कार्रवाई पर सालखन मुर्मू ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि बिरसा जयंती और झारखंड स्थापना दिवस के अवसर पर साकची स्थित भगवान बिरसा की प्रतिमा के समक्ष शांतिपूर्ण अनशन पर बैठने का कार्यक्रम तय था. आदिवासी सेंगेल अभियान ने अपने पूर्व घोषित कार्यक्रम को लेकर तैयारी भी कर ली थी. लेकिन उससे पहले ही उन्हें हाउस अरेस्ट कर लिया गया. यह पुलिस-प्रशासन के नकारात्मक और आदिवासी विरोधी रवैये को दर्शाता है.
उन्होंने इस कार्यक्रम को स्थगित करने की घोषणा की और कहा कि जब प्रधानमंत्री भगवान बिरसा मुंडा की मूर्ति और जन्मस्थली जाकर श्रद्धांजलि दे सकते हैं, तो हम लोग क्यों नहीं. इस शांतिपूर्ण अनशन कार्यक्रम को नहीं करने देना यह बेहद ही दुर्भाग्यपूर्ण है. मालूम हो कि आदिवासी सेंगेल अभियान के कार्यकर्ताओं ने पूर्व में धमकी दी थी कि अगर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 15 नवंबर को अपनी प्रस्तावित झारखंड यात्रा के दौरान सरना धर्म को मान्यता देने की लंबे समय से चली आ रही मांग को लेकर कोई घोषणा नहीं करते हैं तो वे आत्मदाह कर लेंगे. इसके साथ ही जमशेदपुर समेत विभिन्न जिला मुख्यालयों पर अभियान का सुबह 10 बजे से एक बजे तक अनशन का कार्यक्रम था. इसको देखते हुए एहतियात के तौर पर पुलिस ने सालखन मुर्मू को हाउस अरेस्ट कर लिया. हालांकि पुलिस ने पहले ही आत्मदाह की धमकी देने वाली एक महिला समेत पांच लोगों को गिरफ्तार कर लिया था.
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