उदित वाणी,जमशेदपुर: वर्तमान समय में मेटलर्जी में रोजगार की असीम संभावनाएं हैं। आज मेटलर्जिस्ट नहीं मिल पा रहे है और उनके जॉब मेंकेनिकल इंजीनियर कर रहे हैं।
मेटलर्जी के विद्यार्थियों को अपने कोर विषय में फोकस करना चाहिए। उक्त सुझाव अबू-धाबी से आए नन डिसट्रक्टिव टेस्टिंग एंड कॉरिजन कंट्रोल सर्विसेज (एनडीटीसीसीएस) के सीनियर मेटलर्जिस्ट् ऋषिकेश कुमार ने राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईटी) जमशेदपुर में धातुकर्म एवं अभियांत्रिकी विभाग द्वारा आयोजित ‘विशेषज्ञ संवाद – 5’ के दौरान मुख्य अतिथि के रूप में दिए। ऋषिकेश कुमार भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान बॉम्बे के पूर्व छात्र हैं।
गुरुवार को एनआईटी जमशेदपुर में इस कार्यक्रम का शुभारंभ दीप- प्रज्वलित कर एवं सरस्वती वंदना के साथ हुआ। कार्यक्रम की अगली कड़ी में यांत्रिक अभियांत्रिकी विभाग के प्रोफेसर डॉ विजय कुमार ने सभी को कार्यक्रम की रूपरेखा से अवगत कराया गया। कार्यक्रम में ऋषिकेश कुमार ने अपने अनुभव को साझा करते हुए छात्रों को अपने सुझाव दिये एवं विदेशों में रोजगार अवसरों एवं उच्च शिक्षा संबंधी अवसरों से अवगत कराया। उन्होंने अबु- धाबी तथा खाड़ी देशों मे जीवन संबंधी पहलुओं पर भी बातचीत की तथा छात्रों की शंकाओ का समाधान भी किया l
उन्होंने विभिन्न समस्याओं के निदान हेतु अपने सुझाव भी छात्रों के समक्ष प्रस्तुत किये। कार्यक्रम के अंत में डॉ रामकृष्णा प्रोफेसर मेटलर्जी विभाग ने अतिथि को प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया एवं सभी को धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम के दौरान डा विजय कुमार डल्ला, डॉ रामकृष्णा तथा,प्रथम वर्ष एवं द्वतीय वर्ष के छात्र एवं छात्राएं उपस्थित रहे।
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