उदित वाणी,जमशेदपुर: सिंहभूम चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के चुनाव में उपाध्यक्ष (उद्योग) पद के लिए मूनका टीम से खड़े पुनीत कावंटिया ने कहा कि आज के नये भारत में उद्योग के क्षेत्र में काम करने की संभावनाएं काफी है. कोल्हान में उद्योगों के विकास में चैंबर फैलिसिटेटर की भूमिका अदा कर सकता है.
इसके लिए जरूरी है कि सरकार, बैंक, जियाडा और श्रम विभाग मिलकर काम करें और व्यापारियों की समस्याओं का निदान करें. बकौल पुनीत, दो तरह की समस्या होती है. पहली समस्या शॉर्ट टर्म की होती है, जिन्हें तुरंत एड्रेस करना होता है और उसके समाधान के लिए युद्ध स्तर पर काम करना होता है. दूसरी समस्या लांग टर्म की होती है, जिसका समाधान सूझबूझ से करना होता है.
लांग टर्म प्रोजेक्ट में नए इंडस्ट्रियल पार्क, किफायत दर पर स्टार्ट अप के लिए जगह और बेहतर लेबर पॉलिसी शामिल हैं, जिसका समाधान किया जाना चाहिए. लोयोला स्कूल से स्कूलिंग हुई है पुनित कावंटिया की स्कूलिंग लोयोला स्कूल से हुई है. इसके बाद उन्होंने सिडेनहम कॉलेज ऑफ कॉमर्स एंड इकोनॉमिक्स मुंबई से स्नात्तक की पढ़ाई की. फिर तापमी मणिपाल से एमबीए किया. फिलहाल आदित्यपुर में अपनी फैक्ट्री चलाते हैं. वे रोटरी क्लब ऑफ जमशेदपुर ईस्ट के प्रेसीडेन्ट इलेक्ट, जमशेदपुर गौशाला के सदस्य, फेडरेशन ऑफ झारखंड चैंबर ऑफ कॉमर्स रांची के सदस्य, पूर्व, सचिव उद्योग एससीसीआई, पूर्व उपाध्यक्ष एफजेसीसीआई, पूर्व
सचिव रोटरी क्लब ऑफ जमशेदपुर ईस्ट के रह चुके हैं.
बिजली दर में एकरूपता हो-महेश सोंथालिया सोंथालिया टीम के उपाध्यक्ष (इंडस्ट्री) के प्रत्याशी महेश सोंथालिया ने कहा कि उनकी सबसे बड़ी प्राथमिकता यह है कि कोल्हान की बिजली दरों में एकरूपता हो. जुस्को की महंगी बिजली होने के कारण औद्योगिक क्षेत्र की इकाईयों को काफी ज्यादा पैसा बिजली पर खर्च करना होता है. जुस्को की तुलना में डीवीसी की बिजली दर कम है. हमारी कोशिश है कि कोल्हान में डीवीसी की बिजली भी हो, ताकि आदित्यपुर औद्योगिक क्षेत्र के उद्यमियों को लाभ हो सके. जुस्को द्वारा प्रस्तावित बिजली दर में बढ़ोतरी का हमने विरोध किया है. पिछले दिनों हुई जन सुनवाई में इसका विरोध किया गया. डीवीसी की बिजली को लेकर सरकार से पत्राचार किया गया है.
छोटे व्यापारियों को ऑनलाइन बीडिंग से बाहर रखा जाय बकौल महेश सोंथालिया, हमारी दूसरी प्राथमिकता जियाडा में छोटे व्यापारियों के लिए जमीन आबंटन को लेकर है. जमीन आबंटन की यह प्रक्रिया ऑनलाइन बीडिंग के जरिए होती है. लेकिन हमारी मांग है कि 2000 से लेकर 5000 वर्ग फीट जमीन लेने वाले छोटे व्यापारियों को ऑनलाइन बीडिंग प्रक्रिया से बाहर रखा जाय. इसके लिए जियाडा के रीजनल डायरेक्टर से लेकर सेक्रेटरीस्तर पर बात हुई है और जल्द ही इसका कोई समाधान निकलेगा. औद्योगिक क्षेत्र की सड़कें काफी खराब है. इसके लिए हमारी कोशिश जारी है. सड़क बनाने का टेंडर हो गया है. जल्द ही सड़क बनेगी.
चैंबर से 12 साल से जुड़े हैं
चैंबर की वर्तमान टीम में उपाध्यक्ष (इंडस्ट्री) पद पर कार्यरत महेश सोंथालिया का जुड़ाव चैंबर से 12 साल पुराना है. 8 साल कार्यकारिणी के सदस्य रहे. फिर सेक्रेटरी इंडस्ट्री बनें. पिछली बार उपाध्यक्ष इंडस्ट्री बने. कहते हैं-चैंबर के अलावा वे किसी संगठन से जुड़े नहीं हैं क्योंकि उनके पास समय नहीं है.
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