उदित वाणी आदित्यपुर (का.प्र.)ः जनसंघ काल के मजदूर नेता भारतीय मजदूर संघ (बीएमएस) के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष जय नारायण शर्मा का मंगलवार शाम हृदय गति रुकने की वजह से टाटा मुख्य अस्पताल (टीएमएच) में निधन हो गया. वे लगभग 77 वर्ष के थे तथा अपने पीछे दो पुत्र, पुत्रियों सहित भरा-पूरा परिवार छोड़ गये हैं. स्व शर्मा पिछले कुछ समय से बीमार चल रहे थे. उनका अंतिम संस्कार आज शाम को पार्वती घाट पर हुआ. इससे पूर्व उनके आदित्यपुर-2 के मार्ग संख्या-08 स्थित आवास से शवयात्रा निकाली गई, जिसमें काफी संख्या में लोग शरीक हुए. स्व जयनारायण शर्मा के दो बैच सीनियर ऑप्रेंटिस रहे रविन्द्र नाथ चौबे के अनुसार, मजदूरों के न्याय के लिए लड़ाई लड़ने के दौरान उन्हें टाटा स्टील की नौकरी से बर्खास्त कर दिया तथा लंबी कानूनी लड़ाई के बाद वे पुनः टाटा स्टील की नौकरी में बहाल हुए. परन्तु इस क्रम में वे मजदूर कानूनों के बड़े जानकार नेता के रुप में स्थापित हो गये. भारतीय मजदूर संघ से सक्रियतापूर्वक जुड़े स्व शर्मा के नेतृत्व में बीएमएस जमशेदपुर और राज्य स्तर पर स्थापित हुआ. आवास बोर्ड के मकानों के आन्दोलन से भी जुड़े थे जय नारायण शर्मा आदित्यपुर स्थित आवास बोर्ड के मकानों को अपने नाम पर कराने के लिए हुए आंदोलन में भी स्व जय नारायण शर्मा सक्रिय रहे. रविन्द्र नाथ चौबे के अनुसार, वर्ष 1985-1986 में बिहार राज्य आवास बोर्ड के प्रबंध निदेशक आईएएस अधिकारी श्री सरकार थे, जिनके समय आवास बोर्ड द्वारा निर्मित घरों को अपने नाम पर कराने के लिए लडाई लड़ी गई। आवास बोर्ड के तत्कालीन प्रबंध निदेशक को पुराने सरकारी परिपत्र (आदेश) को दिखा कर बताया गया कि संबंधित मकान सहाय्य औद्योगिक योजना के तहत कम आय के औद्योगिक मजदूरों के लिए बनाए गए हैं. और अनेक दौर की बातचीत के दो-तीन वर्ष के बाद आवास बोर्ड ने निर्णय लिया कि मजदूरों को हायर पर्चेट कर दिया जायेगा।फिर जब हायर पर्चेज की बात तय हुई, तब आवास बोर्ड के समक्ष समस्या आई कि एक क्वार्टर की कीमत क्या होगी? उसके बाद आवास बोर्ड के तत्कालीन कार्यपालक अभियंता किशोरी सिंह के नेतृत्व में एक कमिटी का गठन किया गया. गठित कमिटी में कार्यपालक अभियंता को सहयोग करने के लिए रविन्द्र नाथ चौबे, सीपीआई (एम) नेता स्व जी के शुक्ला तथा बीएमएस नेता स्व जय नारायण शर्मा को शामिल किया गया था. फिर कई बैठक और दस्तावेजों के निरीक्षण के बाद बात यह बात सामने आयी कि एक ब्लॉक के निर्माण में लागत 14 हजार आया था, जिस पर जमीन की कीमत जोड़कर एक घर की कीमत लगभग 25 हजार रूपये निर्धारित की गई थी.श्रमिकों के लिए समर्पित श्रमिक नेता थे जय नारायण शर्माः ए के श्रीवास्तव समाजसेवी ए के श्रीवास्तव ने स्व जय नारायण शर्मा के निधन पर संवेदना जताते हुए ईश्वर से उनकी आत्मा को शांति प्रदान करने तथाउनके परिवार को दुख सहने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की है. उन्होंने स्व शर्मा को श्रमिकों के लिए समर्पित श्रमित नेता बताया. मजदूरों को न्याय दिलाने के लिए लड़ाई लड़ते रहे जय नारायण शर्माः चौबे समाज विज्ञानी रविन्द्र नाथ चौबे ने जय नारायण शर्मा के निधन पर शोक जताते हुए ईश्वर से दिवंगत आत्मा को शान्ति प्रदान करने की प्रार्थना की है. उन्होंने कहा कि वे मजदूरों को न्याय दिलाने के लिए हमेशा लड़ाई लड़ते रहे.
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