उदित वाणी, जमशेदपुर: नोएडा में आयोजित नेशनल एबिलंपिक में जुगसलाई की रहने वाली गुलफशां बानो ने शानदार प्रदर्शन करते हुए स्वर्ण पदक अपने नाम किया. एबिलंपिक, जो विकलांग व्यक्तियों के लिए आयोजित व्यावसायिक कौशल प्रतियोगिताएं हैं, का उद्देश्य विकलांग व्यक्तियों को अपनी क्षमताओं का प्रदर्शन करने का अवसर देना और उन्हें प्रोत्साहित करना है. इसे “क्षमताओं का ओलंपिक” भी कहा जाता है.
फैंसी ड्रेस में उत्कृष्टता
गुलफशां को इस राष्ट्रीय प्रतियोगिता में फैंसी ड्रेस बनाने का टास्क सौंपा गया था, जिसे उन्होंने निर्धारित समय में प्रभावी ढंग से और बेहतर तरीके से पूरा किया. उनके इस प्रयास को निर्णायकों ने सराहा और उन्हें स्वर्ण पदक से सम्मानित किया.
वर्ल्ड एबिलंपिक के लिए क्वालिफिकेशन
राष्ट्रीय स्तर पर पदक जीतने के बाद, गुलफशां ने वर्ल्ड एबिलंपिक के लिए भी क्वालिफाइ कर लिया है. यह उनके लिए एक बड़ी उपलब्धि है और उनका मार्गदर्शन करने वाले कोच और साथी इस सफलता पर गर्व महसूस कर रहे हैं.
ईस्ट जोन एबिलंपिक में भी किया था शानदार प्रदर्शन
गुलफशां ने जमशेदपुर में हुए ईस्ट जोन एबिलंपिक में भी बेहतरीन प्रदर्शन किया था और वहां से नेशनल प्रतियोगिता के लिए क्वालिफाइ किया था. उनकी कड़ी मेहनत और समर्पण ने उन्हें इस मुकाम तक पहुंचाया.
सहारनाओं और शुभकामनाओं का सिलसिला
गुलफशां को उनके इस सफलता पर धीरज कुमार शर्मा, राजकुमार सिंह, जगन्नाथ बेहरा, दीपक कुमार श्रीवास्तव जैसे कई नामी व्यक्तियों ने बधाई दी. साथ ही, उन्होंने आगामी अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के लिए भी शुभकामनाएं दीं.
सपनों को साकार करने का संदेश
गुलफशां की यह सफलता यह साबित करती है कि कठिनाइयां किसी के सपनों को रोक नहीं सकतीं. उनके संघर्ष और मेहनत ने विकलांगता को परास्त कर उन्हें उपलब्धियों के शिखर तक पहुंचाया है.
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