उदित वाणी, जमशेदपुर: समाहरणालय सभागार में जिला दण्डाधिकारी सह उपायुक्त अनन्य मित्तल की अध्यक्षता में एक समीक्षात्मक बैठक का आयोजन किया गया. इस बैठक में अनाबद्ध निधि, सी.एस.आर, एम.पी, एम.एल.ए फंड, डीएमएफटी और तकनीकी विभाग के अंतर्गत स्वीकृत योजनाओं की वर्तमान स्थिति की समीक्षा की गई.
उपस्थित पदाधिकारी
बैठक में एडीएम लॉ एंड ऑर्डर अनिकेत सचान, सिविल सर्जन डॉ. साहिर पाल, निदेशक एनईपी संतोष गर्ग, प्रभारी जिला योजना पदाधिकारी मृत्युंजय कुमार और कार्यपालक अभियंता पथ प्रमंडल दीपक सहाय सहित अन्य संबंधित विभागीय पदाधिकारी उपस्थित रहे.
अनुपस्थित अधिकारियों पर कार्रवाई
बैठक में बिना पूर्वानुमति के अनुपस्थित रहने पर कार्यपालक अभियंता एनआरईपी को शो-कॉज किया गया. उपायुक्त ने सभी संचालित योजनाओं में गति लाने का निर्देश दिया और अब तक किए गए कार्यों की जानकारी ली.
योजनाओं की स्थिति
जिला योजना अनाबद्ध निधि के तहत वित्तीय वर्ष 2023-24 में कुल 79 योजनाएं स्वीकृत की गई थीं, जिनमें से 69 पूर्ण और 10 अपूर्ण हैं. वित्तीय वर्ष 2024-25 में 99 योजनाओं में से 35 पूर्ण और 64 अपूर्ण पाई गईं. उपायुक्त ने पूर्ण हो चुकी परियोजनाओं का उपयोगिता प्रमाण पत्र जल्द उपलब्ध कराने का निर्देश दिया.
संवेदकों की लापरवाही
उपायुक्त ने कहा कि यदि संवेदक की लापरवाही से विकास कार्य लंबित होते हैं, तो उन्हें ब्लैकलिस्ट करने की कार्रवाई की जाए.
सी.एस.आर फंड की प्राथमिकताएं
सी.एस.आर फंड की समीक्षा में स्वास्थ्य से जुड़ी परियोजनाओं को प्राथमिकता देने की बात की गई. इस मद से एंबुलेंस, यूसीआईएल खनन क्षेत्र में स्वास्थ्य व्यवस्था, सामुदायिक भवन, हाईमास्ट लाइट, और पथ सुदृढ़ीकरण का कार्य किया जा रहा है.
एम.पी और एम.एल.ए फंड की योजनाएं
उपायुक्त ने एम.पी और एम.एल.ए फंड की स्वीकृत योजनाओं को समयबद्ध रूप से पूर्ण करने का निर्देश दिया. वित्तीय वर्ष 2023-24 में सांसद मद से स्वीकृत 132 योजनाओं में 75 पूर्ण और 57 अपूर्ण हैं, जबकि विधायक निधि से 525 योजनाएं स्वीकृत हुईं, जिनमें 251 पूर्ण और 274 अपूर्ण हैं.
तकनीकी विभाग की योजनाओं की समीक्षा
तकनीकी विभाग की बैठक में विशेष प्रमंडल, पथ प्रमंडल, ग्रामीण कार्य विभाग, पेयजल विभाग, लघु सिंचाई, विद्युत विभाग और भवन निर्माण निगम के कार्यों की समीक्षा की गई. उपायुक्त ने सभी पदाधिकारियों को स्थानीय जनप्रतिनिधियों से समन्वय बनाकर कार्य करने की सलाह दी.
गुणवत्ता और समस्या समाधान
उपायुक्त ने कहा कि कार्यों में गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखें और यदि किसी योजना के क्रियान्वयन में समस्या आ रही है, तो तत्काल सूचना दें.
बैठक में उपस्थित पदाधिकारी
बैठक में कार्यपालक अभियंता भवन निर्माण, भवन निर्माण निगम, पेयजल एवं स्वच्छता विभाग, विद्युत विभाग, लघु सिंचाई तथा सहायक और कनीय अभियंता उपस्थित रहे.
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