– डीईओ व एसएसपी ने मतगणना केन्द्र का किया निरीक्षण, तैयारियों की समीक्षा कर दिए आवश्यक दिशा-निर्देश
उदित वाणी, जमशेदपुर : झारखंड विधानसभा चुनाव की मतगणना 23 नवंबर को होनी है. जिले की सभी छह सीटों के वोटों की गिनती सर्किट हाउस एरिया में स्थित जमशेदपुर को-आपरेटिव कॉलेज मे होगी. इसे लेकर युद्ध स्तर पर तैयारी चल रही है.
इसी क्रम में जिला निर्वाचन पदाधिकारी अनन्य मित्तल एवं वरीय पुलिस अधीक्षक किशोर कौशल ने मतगणना स्थल एवं स्ट्रांग रूम का निरीक्षण किया. निरीक्षण के क्रम में जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने पदाधिकारियों को निर्देशित किया कि भारत निर्वाचन आयोग के गाइडलाइन का अक्षरश: अनुपालन करते हुए मतगणना केंद्र पर आवश्यक सुविधा व व्यवस्था उपलब्ध करायें. मतगणना कर्मियों, काउंटिंग एजेंट, उम्मीदवार, लेबर, ऑफिसर आदि के आवागमन हेतु अलग बेरिकेडिंग करने, साथ ही सभी काउंटिंग एजेंट, लेबर एवं ऑफिसर का आईडी कार्ड जारी करने का निर्देश दिया. साथ ही मतगणना के दिन कार्यरत कर्मियों के लिए फूड पैकेट, पीने का पानी, ईवीएम मशीन सील करने की व्यवस्था आदि को समय से सुनिश्चित करने का निर्देश दिया.
मौके पर परियोजना निदेशक आईटीडीए दीपांकर चौधरी, एडीएम लॉ एंड ऑर्डर अनिकेत सचान, एसडीएम धालभूम शताब्दी मजूमदार, सिटी एसपी कुमार शिवाशीष मौजूद थे.
मतगणना के दौरान किसी की भी संदिग्ध गतिविधि, हॉल में प्रवेश व निकास की होगी सख्त निगरानी:
जिला निर्वाचन पदाधिकारी अनन्य मित्तल के निर्देशानुसार माइकल जॉन सभागार, बिष्टुपुर में माइक्रो ऑब्जर्वर एवं रिसिलिंग टीम का प्रशिक्षण दो पालियों में आयोजित किया गया. मतगणना माइको आब्जर्वर के प्रशिक्षण सत्र में उनके दायित्वों से अवगत कराया गया एवं अन्य महत्वपूर्ण बातें बताई गई तथा मतगणना प्रक्रिया की निष्पक्षता और पारदर्शिता सुनिश्चित करने पर जोर दिया गया. जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने कहा कि माइको आब्जर्वर का मुख्य कार्य मतगणना के दौरान किसी भी अनियमितता को रोकना और सही तरीके से गिनती की प्रक्रिया का पालन करना है. उन्होंने कहा कि मतगणना प्रक्रिया के दौरान सभी अधिकारियों को सतर्क रहना चाहिए और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत सूचना देनी चाहिए. उन्होंने मतगणना हॉल में प्रवेश और निकास की सख्त निगरानी की आवश्यकता पर बल दिया.
मास्टर ट्रेनर ने मतगणना के विभित्र चरणों और प्रक्रियाओं की विस्तृत जानकारी दी. उन्होंने माइक्रो ऑब्जर्वरों को मतगणना केंद्र में उनके कर्तव्यों और जिम्मेदारियों के बारे में जानकारी दी, जिसमें वोटों की गिनती, विवाद समाधान और रिपोर्टिंग शामिल है. यह भी बताया गया कि कैसे इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन और वोटर वैरिफिएबल पेपर ऑडिट ट्रेल के परिणामों का मिलान किया जाता है. उन्होंने ऑब्जर्वरों को मतगणना के दौरान अपनाई जाने वाली सावधानियों और प्रक्रियाओं को समझाया ताकि कोई भी अनियमितता न हो सके. प्रशिक्षण के अंत में माइको ऑब्जर्वर ने अपनी शंकाओं और सवालों का समाधान पाया.
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