उदितवाणी, जमशेदपुर: एशियन किड्स स्पोर्ट क्लाइंबिंग चैंपियनशिप के पहले दिन की शुरुआत एक समूह द्वारा बोल्डरिंग और दूसरे समूह द्वारा लीड क्लाइंबिंग के साथ हुई. बोल्डरिंग में एथलीटों को विभिन्न प्रकार की चुनौतीपूर्ण गतिविधियोंको प्रदर्शित करने के लिए सावधानी से बनाई गई अलग-अलग बोल्डरिंग दीवारों पर चढ़ना पड़ता था. हालांकि कुछ बोल्डरिंग दीवारों को गतिशील शक्तिशाली मूवमेंट्स के लिए डिज़ाइन किया गया था, वहीं अन्य में करामाती उंगली की ताकत और समन्वय की आवश्यकता थी.स्पोर्ट क्लाइंबिंग में बोल्डरिंग को सबसे कठिन कौशल माना जाता है और अनुभवी रूट सेटर्स द्वारा बनाए गए मार्गों ने इसे स्पष्ट रूप दर्शाया.
दीवारों पर बनाए गए प्रत्येक कदम के लिए अत्यधिक समन्वय, गति और नियंत्रण की आवश्यकता होती है. लीड क्लाइंबिंग में पर्वतारोहियों को 15 मीटर ऊंची और 8 मीटर चौड़ी दीवार पर चढ़ने की चुनौती दी गई. एथलीटों को उनके उच्चतम स्तर के आधार पर आंका जाता है और वे उसी के अनुसार अंक प्राप्त करते हैं. लीडक्लाइम्बिंग में बच्चों ने सावधानी से दीवारों पर चढ़ते हुए पूर्णता और दृढ़ता दिखाई. स्पीड क्लाइंबिंग में एथलीटों को कम से कम समय में 10 मीटर ऊंची दीवार पर चढ़ना था. एथलीटों की बिजली की गति और निपुणता को देखना अविश्वसनीय था, जिन्होंने दर्शकों को पूरी तरह से मंत्रमुग्ध कर दिया.
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