उदित वाणी, जमशेदपुर: करनडीह स्थित दिशोम जाहेरथान प्रांगण में पहले अंतरराष्ट्रीय आदिवासी लघु फिल्म महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है. इस महोत्सव में विभिन्न आदिवासी समुदायों की फिल्मों को प्रदर्शित किया जा रहा है, जिससे इन समुदायों की संस्कृति और कलाओं को वैश्विक मंच पर पहचान मिल रही है.
फिल्मों की स्क्रीनिंग का समापन
शनिवार को महोत्सव में सोनोत सांवता, इपिल तारास, मिरु, रेंगेज, सोहराय, माया नाड़ी, और बिन गिरा पेड़ा जैसी फिल्मों की स्क्रीनिंग की गई. इन फिल्मों ने दर्शकों को अपनी खास कहानी और सांस्कृतिक धारा से जोड़ने का काम किया. फिल्म स्क्रीनिंग का कार्यक्रम सफलतापूर्वक पूरा हो चुका है और रविवार को सिने अवॉर्ड समारोह का आयोजन किया जाएगा.
सिने अवॉर्ड समारोह और पुरस्कार वितरण
रविवार को आयोजित होने वाले सिने अवॉर्ड समारोह में बेस्ट फिल्म, बेस्ट एक्टर, बेस्ट एक्ट्रेस, बेस्ट निर्देशक और अन्य श्रेणियों में पुरस्कार दिए जाएंगे. आयोजन समिति के सदस्य शंकर हेंब्रम ने बताया कि यह पुरस्कार वितरण समारोह रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम के बीच होगा.
सांस्कृतिक कार्यक्रमों में कलाकारों का प्रदर्शन
इस कार्यक्रम में संताली और क्षेत्रीय फिल्मों के कलाकारों द्वारा सतरंगी मंच पर सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी जाएंगी. ये प्रस्तुतियां महोत्सव को और भी रंगीन और जीवंत बनाएंगी, साथ ही आदिवासी संस्कृति की समृद्धता को प्रदर्शित करेंगी.
एक मंच पर कला और संस्कृति का संगम
यह महोत्सव न केवल फिल्मों के माध्यम से आदिवासी समुदाय की कहानियों को प्रस्तुत कर रहा है, बल्कि सांस्कृतिक कार्यक्रमों के जरिए उनकी पारंपरिक कला और संगीत को भी प्रदर्शित कर रहा है.
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