उदित वाणी, जमशेदपुर: उपायुक्त अनन्य मित्तल ने भू-अर्जन कार्यालय का निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने विभिन्न परियोजनाओं के रैयतों का लंबित मुआवजा भुगतान, पंजी, संचिकाओं तथा अन्य संबंधित दस्तावेजों का अवलोकन किया. उन्होंने पदाधिकारियों और कर्मचारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए, ताकि कार्यों में कोई भी लापरवाही न हो.
दस्तावेजों और रजिस्टरों की जांच
निरीक्षण के दौरान मित्तल ने कर्मियों की बायोमीट्रिक उपस्थिति की जांच की और सभी को बायोमीट्रिक उपस्थिति दर्ज कराने के सख्त निर्देश दिए. साथ ही, उन्होंने आगत-निर्गत पंजी, रोकड़ पंजी, संचिका, सी.एन.सी रजिस्टर, स्टॉक रजिस्टर, इंडेक्स रजिस्टर आदि महत्वपूर्ण रिकॉर्ड के संधारण का अवलोकन किया और सभी को सरकारी नियमावली के अनुसार इन दस्तावेजों का संधारण करने के निर्देश दिए.
लंबित मुआवजा भुगतान की समीक्षा
जिला दण्डाधिकारी ने विभिन्न परियोजनाओं से जुड़े रैयतों के लंबित मुआवजा भुगतान की स्थिति की भी समीक्षा की. उन्होंने रैयतों के मुआवजा भुगतान के लिए प्राप्त राशि और भुगतान की स्थिति की जानकारी ली और भू-अर्जन से जुड़े मामलों को शीघ्र निपटाने के निर्देश दिए.
समयबद्ध कार्य निष्पादन की दिशा-निर्देश
उन्होंने अधिकारियों और कर्मचारियों से कहा कि वे अपने कार्यों को समयबद्ध तरीके से पूरा करें और दायित्वों को निभाने में कोई लापरवाही न बरतें. इस मौके पर अपर उपायुक्त भगीरथ प्रसाद, जिला भू-अर्जन पदाधिकारी गुंजन सिन्हा, कार्यपालक दण्डाधिकारी चंद्रजीत सिंह व अन्य अधिकारी उपस्थित थे.
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