उदित वाणी, घाटशिला: 6 दिसंबर 2024 को भारतीय संविधान सभा के प्रारूप समिति के अध्यक्ष और देश के पहले कानून मंत्री, बाबा साहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर की पुण्यतिथि पर झारखंड कांग्रेस पार्टी ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की. इस अवसर पर कांग्रेस पार्टी के प्रदेश सचिव श्री सनत कालटू चक्रवर्ती के नेतृत्व में मऊभंडार स्थित अंबेडकर चौक पर बाबा साहेब की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया गया.
बाबा साहेब की शिक्षाओं का महत्व
झारखंड कांग्रेस प्रदेश सचिव श्री सनत कालटू चक्रवर्ती ने इस अवसर पर बाबा साहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर जी के योगदान की सराहना करते हुए कहा कि बाबा साहेब जी न केवल एक महान स्वतंत्रता सेनानी और समाज सुधारक थे, बल्कि वे कई शैक्षणिक उपाधियों के स्वामी भी थे. उन्होंने संविधान बनाने में 2 साल, 11 महीने और 18 दिन तक कड़ी मेहनत की. उनका संघर्ष और समर्पण आज भी हमें प्रेरित करता है.
संविधान का योगदान और एकता की भावना
श्री चक्रवर्ती ने आगे कहा, “अंग्रेजों ने यह अनुमान लगाया था कि भारत में विविधता के कारण लोग एक साथ नहीं रह सकते, लेकिन बाबा साहेब के द्वारा तैयार किए गए संविधान ने देश को एकजुट किया. आज भी हम विभिन्न धर्मों और जातियों के बावजूद बाबा साहेब के संविधान के अनुसार शांतिपूर्वक एक साथ रहते हैं.”
युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणा
उन्होंने यह भी कहा कि बाबा साहेब के कार्य हमेशा युवा पीढ़ी को प्रेरणा देते रहेंगे. उनकी पुण्यतिथि पर हम उन्हें कोटि-कोटि नमन और श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं.
उपस्थित प्रमुख लोग
इस अवसर पर घाटशिला कांग्रेस प्रखंड अध्यक्ष सत्यजीत सीट, बादल गिरी, शमशाद खान, शेख आज़ाद, अजय दे, मानव दास, आशीष नमाता, हार्वेल सिंह, रपिंदर सिंह, प्रमोद सिंह, मंजर हुसैन, मकरा पातर, पूर्णचंद्र भकत, बाबू फ्लावर, पप्पू सिंह, मनोज कुमार, सरजू महतो, मोहम्मद वसीम, बांके, मोहम्मद इरफान, राजा दत्ता, सुकुमार दत्ता, सीताराम शर्मा, सोनू मार्डी, विश्वनाथ प्रताप सहित कई अन्य लोग उपस्थित रहे.
समाज सुधारक बाबा साहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर के योगदान को याद करते हुए
आज, उनके पुण्यतिथि पर हम उनकी शिक्षा और संविधान निर्माण में उनके योगदान को याद करते हैं. उनका योगदान न केवल भारतीय राजनीति, बल्कि समाज के हर क्षेत्र में अविस्मरणीय रहेगा.
संविधान और एकता: बाबा साहेब का अद्वितीय योगदान
बाबा साहेब के कार्यों से यह सिद्ध होता है कि संविधान न केवल एक कानून है, बल्कि यह देश की एकता और सामूहिकता की नींव है.
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