उदित वाणी, आदित्यपुर: प्रोग्रेस हॉर्मोनी एंड डेवलपमेंट चैम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (PHDCCI), नई दिल्ली द्वारा बुधवार को एसिया भवन, आदित्यपुर के सभागार में एक राष्ट्रीय स्तर की बौद्धिक संपदा अधिकार (IPR) पर कार्यशाला का आयोजन किया गया. इस कार्यशाला में 120 से अधिक प्रतिनिधि शामिल हुए. कार्यशाला का आयोजन एमएसएमई मंत्रालय, भारत सरकार के सहयोग से किया गया था. इसका मुख्य उद्देश्य देश में एक मजबूत आईपी पारिस्थितिकी तंत्र स्थापित करना और झारखंड राज्य के MSME, स्टार्ट-अप्स तथा अन्य हितधारकों को आईपी आवेदनों की संख्या बढ़ाने और उनके नवाचारों एवं रचनात्मक विचारों की सुरक्षा करने के लिए प्रोत्साहित करना था.
आईपीआर का महत्व और व्यापार में वृद्धि
कार्यशाला के दौरान प्रतिभागियों को बौद्धिक संपदा अधिकारों (IPR) को समझने और उन्हें उपयोग में लाने के कौशल से अवगत कराया गया. इसका उद्देश्य व्यापार में अधिक हिस्सेदारी प्राप्त करने, ग्राहकों का विश्वास बढ़ाने और व्यवसाय को अगले स्तर तक पहुंचाने में मदद करना था.
मुख्य अतिथियों का संबोधन
मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित पूर्वी सिंहभूम जिला के उप विकास आयुक्त (IAS) अनिकेत सचान ने कहा कि प्रत्येक MSME को बौद्धिक संपदा का लाभ उठाना चाहिए. उन्होंने यह भी कहा कि विकास आयोग का कार्यालय उद्योगों की मदद और लाभ के लिए हमेशा खुला है.
कार्यक्रम में जमशेदपुर सिटीजन फोरम के अध्यक्ष ए के श्रीवास्तव ने आयोजन की सराहना की. वहीं, जिला उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक रविशंकर प्रसाद ने राज्य की विभिन्न औद्योगिक नीतियों पर विस्तृत चर्चा की.
PHDCCI की सेवाएँ
जमशेदपुर MSME PHDCCI, झारखंड ने इस अवसर पर पीएचडीसीसीआई की आईपीआर सेवाओं, जल लेखा परीक्षा केंद्र, अंतरराष्ट्रीय मध्यस्थता और ग्रीन हाइड्रोजन में उत्कृष्टता केंद्र के बारे में जानकारी दी.
स्वागत और समन्वय
कार्यक्रम का स्वागत भाषण PHDCCI , झारखंड के अध्यक्ष डॉ. संजय कुमार ने दिया, जबकि समन्वय रेजिडेंट ऑफिसर राहुल लाल ने कार्यक्रम का संचालन किया. इस अवसर पर ज्योति सेरो ग्रुप के डायरेक्टर मनोज कुमार, डॉ. शांता सिंह, और सुमित कुमार ने भी अपने विचार व्यक्त किए.
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