उदित वाणी, जमशेदपुर: 22 अप्रैल 2008 का दिन टाटा स्टील के इतिहास में एक महत्वपूर्ण अध्याय के रूप में दर्ज हुआ, जब भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने जमशेदपुर का दौरा कर टाटा स्टील के शताब्दी समारोह में अपनी गरिमामयी उपस्थिति दर्ज कराई.
कार्यक्रम की शुरुआत
कार्यक्रम की शुरुआत प्रधानमंत्री द्वारा जुबिली पार्क में बरगद के पौधे के रोपण से हुई, जिसे उन्होंने बाद में जमशेदपुर के नागरिकों को समर्पित किया. इस अवसर पर टाटा स्टील के तत्कालीन प्रबंध निदेशक बी. मुथुरमन ने प्रधानमंत्री का स्वागत करते हुए उनके योगदान को सराहा. उन्होंने कहा, “टाटा स्टील सिर्फ एक इस्पात कंपनी नहीं, बल्कि एक दृष्टिकोण है. यही दृष्टिकोण इसे औद्योगिक जगत में अलग पहचान और विशिष्ट स्थान प्रदान करता है.”
टाटा स्टील का शताब्दी वर्ष
मुथुरमन ने आगे कहा, “टाटा स्टील ने सौ वर्षों की अपनी यात्रा में कई कठिन और चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों का सामना करते हुए सतत विकास की मिसाल पेश की है. यह हमेशा राष्ट्र निर्माण में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता आया है और भविष्य में भी यह प्रतिबद्धता कायम रहेगी.”
प्रधानमंत्री का संदेश
अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने कहा, “यह दिन हमारे लिए एक खास अवसर है. टाटा स्टील के शताब्दी वर्ष में यहाँ आना मेरे लिए अपार खुशी का पल है. मैं यहाँ महान संस्थापक जमशेदजी टाटा की स्मृति को श्रद्धांजलि अर्पित करने आया हूँ, साथ ही उन सभी कर्मचारियों और श्रमिकों को भी धन्यवाद देना चाहता हूँ, जिन्होंने इस महान संस्थान को अपने श्रम और समर्पण से सजाया.” प्रधानमंत्री ने टाटा स्टील को भारतीय उद्योग के विकास का प्रतीक मानते हुए आगे कहा, “टाटा स्टील हमेशा से इस्पात निर्माण में अग्रणी रहा है, और मैं आश्वस्त हूँ कि इसका सबसे बेहतरीन दौर अभी बाकी है.”
विशेष पोस्टल स्टाम्प का विमोचन
प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर एक विशेष पोस्टल स्टाम्प का विमोचन भी किया, जिसे भारत सरकार के संचार मंत्रालय ने टाटा स्टील के शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में जारी किया था. यह स्टाम्प एक महत्वपूर्ण स्मारिका के रूप में टाटा स्टील के योगदान को याद रखने के लिए जारी किया गया.
भविष्य की दिशा
इस कार्यक्रम ने टाटा स्टील के लिए न केवल गर्व का अवसर प्रदान किया, बल्कि इसने भारतीय उद्योग में टाटा स्टील की अग्रणी भूमिका को और मजबूती दी. प्रधानमंत्री ने टाटा स्टील के अगले 100 वर्षों के लिए समृद्धि और विकास की शुभकामनाएँ दीं.
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