उदित वाणी, जमशेदपुर: वित्त मंत्रालय के तहत सार्वजनिक उद्यम विभाग ने वर्ष 2024 में कई महत्वपूर्ण परिचालन और नीतिगत पहलों के माध्यम से उल्लेखनीय प्रगति हासिल की है. इन पहलों ने केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यमों (सीपीएसई) की कार्यक्षमता और निगरानी को सशक्त किया, साथ ही आर्थिक और बुनियादी ढांचा विकास की दिशा में अहम योगदान दिया है.
पूंजीगत व्यय में अभूतपूर्व वृद्धि
वर्ष 2024 में सार्वजनिक उद्यम विभाग ने केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यमों में पूंजीगत व्यय (सीएपीईएक्स) की निगरानी में महत्वपूर्ण सफलता प्राप्त की. विभाग ने गत वर्ष की तुलना में पूंजीगत व्यय में 24.2 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की, जो अर्थव्यवस्था के विकास और ढांचागत मजबूती की दिशा में एक सकारात्मक संकेत है. नवम्बर 2024 तक, केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यमों ने वित्त वर्ष 2024-25 के लक्ष्य का 57 प्रतिशत पहले ही हासिल कर लिया था. यह प्रदर्शन विभाग की निगरानी और रणनीतिक योजना की प्रभावशीलता को दर्शाता है.
उद्यमों को मान्यता: स्वायत्तता और नवाचार को बढ़ावा
विभिन्न केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यमों के उत्कृष्ट प्रदर्शन को मान्यता देने के उद्देश्य से, सार्वजनिक उद्यम विभाग ने हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) को महारत्न का दर्जा दिया. साथ ही, कई अन्य केंद्रीय उद्यमों जैसे नेशनल फर्टिलाइजर्स लिमिटेड, नेशनल हाइड्रोइलेक्ट्रिक पावर कॉर्पोरेशन (NHPC) और रेलटेल कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड को नवरत्न का दर्जा प्रदान किया. ये मान्यताएं इन उद्यमों को बड़ी परियोजनाओं को लॉन्च करने, नवीकरणीय ऊर्जा, बुनियादी ढांचे और शहरी विकास जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में नवाचार को बढ़ावा देने में अधिक स्वायत्तता प्रदान करती हैं.
नीतिगत सुधार: दक्षता और प्रतिस्पर्धात्मकता में वृद्धि
सार्वजनिक उद्यम विभाग ने केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यमों में संचालन की दक्षता बढ़ाने और निर्णय प्रक्रिया को सरल बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण नीतिगत सुधार किए. सितंबर 2024 में जारी किए गए संशोधित दिशानिर्देशों के माध्यम से महारत्न, नवरत्न और मिनीरत्न उद्यमों को संयुक्त उद्यम और पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनियों की स्थापना की प्रक्रिया को सरल बनाने का मार्गदर्शन प्रदान किया गया. इसी प्रकार, मई 2024 में जारी किए गए नए निर्देशों ने मौजूदा केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यमों के वर्गीकरण की प्रक्रिया को भी सुगम किया.
सार्वजनिक उद्यम विभाग की प्रमुख उपलब्धियां
वर्ष 2024 में सार्वजनिक उद्यम विभाग की प्रमुख उपलब्धियां इस प्रकार रही हैं:
1. पूंजीगत व्यय
सार्वजनिक उद्यम विभाग ने 24.2 प्रतिशत की वृद्धि के साथ पूंजीगत व्यय में उल्लेखनीय सफलता प्राप्त की.
केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यमों ने वित्त वर्ष 2024-25 के लक्ष्य का 57 प्रतिशत पहले ही हासिल किया.
2. महारत्न का दर्जा
हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) को महारत्न का दर्जा 12 अक्टूबर 2024 को दिया गया.
3. नवरत्न का दर्जा
कई उद्यमों को नवरत्न का दर्जा दिया गया, जिनमें नेशनल फर्टिलाइजर्स लिमिटेड, एनएचपीसी, रेलटेल कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड आदि शामिल हैं.
4. शक्ति का प्रत्यायोजन
17 सितंबर 2024 को जारी किए गए दिशा-निर्देशों के तहत महारत्न, नवरत्न और मिनीरत्न उद्यमों को संयुक्त उद्यम और सहायक कंपनियों की स्थापना की प्रक्रिया को सरल बनाने के लिए ताकत का प्रत्यायोजन किया गया.
5. उद्यमों के वर्गीकरण में सुधार
20 मई 2024 को जारी किए गए नए दिशा-निर्देशों के माध्यम से केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यमों के वर्गीकरण की प्रक्रिया को सरल और प्रभावी बनाया गया.
निष्कर्ष
वित्त मंत्रालय के सार्वजनिक उद्यम विभाग ने 2024 में अपने कार्यक्षेत्र में कई महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल की हैं. इन पहलों ने न केवल केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यमों की क्षमता और प्रतिस्पर्धात्मकता को बढ़ाया, बल्कि देश की आर्थिक प्रगति और वैश्विक मानकों के अनुरूप उनके कार्यों को भी मजबूत किया.
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