उदित वाणी, जमशेदपुर: उत्तर प्रदेश के मेरठ में आयोजित एक कवि सम्मेलन में कवि कुमार विश्वास के एक बयान ने विवाद खड़ा कर दिया. अपने बयान में उन्होंने बिना नाम लिए कथित तौर पर बॉलीवुड अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा के परिवार पर कटाक्ष किया. खासकर, उन्होंने शत्रुघ्न सिन्हा की बेटी और अभिनेत्री सोनाक्षी सिन्हा की शादी को लेकर तंज कसा. उन्होंने कहा, “अपने बच्चों को रामायण पढ़ने की आदत डलवाइए. ऐसा न हो कि घर का नाम रामायण हो और आपकी लक्ष्मी को कोई और ले जाए.”
कुमार विश्वास के बयान पर सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाएं
कवि कुमार विश्वास के इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर लोगों की प्रतिक्रियाओं का तांता लग गया. कई यूजर्स ने उनके बयान को लेकर नाराजगी जताई. खासकर, यह बयान शत्रुघ्न सिन्हा के परिवार से जुड़ा था, जिसका नाम ‘रामायण’ है. इसके बाद यह बयान और भी विवादास्पद हो गया क्योंकि सोनाक्षी सिन्हा ने मुस्लिम परिवार से ताल्लुक रखने वाले जहीर इकबाल से शादी की है.
रामायण और लक्ष्मी का संदर्भ
कुमार विश्वास ने आगे कहा, “अपने बच्चों को भगवान राम के भाइयों के नाम याद कराएं और सीता जी की बहनों के बारे में बताएं.” इसके बाद उन्होंने एक संकेत देते हुए कहा, “ऐसा न हो कि आपके घर का नाम रामायण हो और घर की लक्ष्मी को कोई और ले जाए.” उनके इस कथन को लेकर भी कई तरह की बहस हो रही है.
कुमार विश्वास और राजनीति
कुमार विश्वास आम आदमी पार्टी के संस्थापक सदस्य रह चुके हैं और अमेठी से राहुल गांधी के खिलाफ 2014 में लोकसभा चुनाव भी लड़ चुके हैं. हालांकि, अरविंद केजरीवाल से मनमुटाव के कारण उन्होंने पार्टी और राजनीति से दूरी बना ली थी.
कवि कुमार विश्वास का बयान: तंज या एक संदेश?
यह सवाल अब उठ रहा है कि क्या यह बयान केवल एक तंज था या एक गहरे संदेश का हिस्सा था. कुमार विश्वास ने जिस तरीके से अपने बयान को पेश किया, वह निश्चित रूप से आलोचना का कारण बना है. साथ ही, यह भी महत्वपूर्ण है कि समाज में धार्मिक और सांस्कृतिक संदर्भों को लेकर कौन से शब्दों और टिप्पणियों का चयन किया जाता है.
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