रांची: जियो वर्ल्ड कन्वेंशन सेंटर, मुंबई में आयोजित प्रथम वेव्स समिट में झारखंड की प्रतिभाओं को देशभर के बीच सम्मान मिला. पलामू के लेखक रोहित दयाल शुक्ला और कलाकार शिवांगी शैली को उनकी ऐतिहासिक ग्राफिक नोवेल के लिए प्रथम पुरस्कार प्रदान किया गया. इस रचना को झारखंड की पारंपरिक सोहराई कला में चित्रित किया गया था, जिसने कला और इतिहास को अद्भुत रूप से जोड़ने का कार्य किया.
ऐतिहासिक युद्ध पर आधारित है ग्राफिक नोवेल
सम्मान प्राप्त करने के बाद रोहित दयाल शुक्ला ने बताया कि उनकी ग्राफिक नोवेल राजा मेदिनी राय और मुगल सेनापति दाऊद ख़ान की पन्नी के बीच हुए ऐतिहासिक युद्ध पर आधारित है. इस युद्ध ने पलामू के इतिहास में निर्णायक भूमिका निभाई थी और उसे कला के माध्यम से प्रस्तुत करना एक चुनौतीपूर्ण लेकिन गौरवपूर्ण प्रयास रहा.
परिवार और पलामू में खुशी की लहर
रोहित के सम्मानित होने की खबर के बाद उनके पैतृक जिला पलामू में हर्ष की लहर दौड़ गई. उनके पिता और ज्ञान निकेतन के निदेशक शंकर दयाल ने कहा, “यह हमारे जिले के लिए अत्यंत गौरव का क्षण है.”बड़े भाई चंद्रशेखर शुक्ला ने इस उपलब्धि को पूरे परिवार और पलामू के लिए गर्व का विषय बताया, वहीं छोटे भाई सन्नी शुक्ला ने कहा, “पहली ही कृति को राष्ट्रीय स्तर पर सम्मान मिलना रोहित की विलक्षण प्रतिभा का प्रमाण है.”
वेव्स समिट में झारखंड की गूंज
वेव्स समिट जैसे राष्ट्रीय स्तर के आयोजन में झारखंड की सांस्कृतिक विरासत और युवाओं की सृजनात्मक क्षमता को पहचान मिलना राज्य के लिए एक सकारात्मक संकेत है. यह सम्मान न केवल रोहित और शिवांगी के व्यक्तिगत सफर की उपलब्धि है, बल्कि झारखंड की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक विरासत की भी राष्ट्रीय मंच पर प्रस्तुति है.
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