
उदित वाणी, जमशेदपुर : शहर के व्यावसायिक और सामाजिक गतिविधियों के केंद्र साकची में गुरुवार को उस समय माहौल तनावपूर्ण हो गया, जब सामाजिक संस्था जन सुविधा मंच के बैनर तले सैकड़ों लोग साकची थाना परिसर में एकत्र होकर जोरदार विरोध प्रदर्शन करने लगे। प्रदर्शनकारियों ने थाना प्रभारी आनंद मिश्रा को हटाने की मांग करते हुए नारेबाजी की और आरोप लगाया कि उनकी कार्यशैली के चलते इलाके में अपराध, अतिक्रमण और नशे का कारोबार लगातार बढ़ता जा रहा है।
महिलाओं की सुरक्षा पर सवाल
जन सुविधा मंच के सदस्यों ने स्पष्ट रूप से आरोप लगाया कि साकची क्षेत्र में महिलाओं एवं बेटियों की सुरक्षा अब सवालों के घेरे में है। “हर दिन कोई न कोई आपराधिक घटना हो रही है, छोटे बच्चे और युवा नशे की गिरफ्त में आ रहे हैं। अगर यही हाल रहा तो सामाजिक ताना-बाना टूट जाएगा,” मंच के संयोजक ने कहा।
उन्होंने बताया कि जब से थाना प्रभारी आनंद मिश्रा ने पदभार संभाला है, तब से अपराधियों के हौसले बुलंद हैं। क्षेत्र में अतिक्रमण भी तेजी से बढ़ा है, जिससे आमजन का जीवन दूभर हो गया है। मंच के प्रतिनिधियों ने जिलाधिकारी और वरीय पुलिस अधीक्षक से अपील की कि साकची थाना क्षेत्र की बिगड़ती स्थिति को देखते हुए तुरंत थाना प्रभारी को हटाया जाए, नहीं तो आगे जिला मुख्यालय पर धरना-प्रदर्शन किया जाएगा।
थानेदार ने किया आरोपों का खंडन
वहीं साकची थाना प्रभारी आनंद मिश्रा ने मंच के आरोपों को पूरी तरह निराधार और पूर्वाग्रसित बताया। उन्होंने कहा कि सामाजिक संस्था के विरोध के पीछे दो विशिष्ट घटनाएं हैं, जिनमें से पहली काशीडीह क्षेत्र की सरस्वती पूजा के दौरान हुए मारपीट कांड से जुड़ी है। थाना प्रभारी के अनुसार, “सरस्वती पूजा के दौरान दो गुटों में लगातार तनाव और झड़पें हो रही थीं। पहले तो दोनों पक्षों में सुलह कराई गई, लेकिन स्थिति न सुधरने पर दोनों गुटों से दो-दो आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया।”
दूसरा मामला मोदी टाइल्स परिसर में हुए पारिवारिक विवाद का है, जिसमें एक पुत्र द्वारा अपने पिता के साथ दुर्व्यवहार किया गया था। इस पर थाने में बुलाकर कार्रवाई की गई। थानेदार ने आरोप लगाया कि इन्हीं दो मामलों से आहत होकर संबंधित पक्षों द्वारा जन सुविधा मंच के माध्यम से विरोध की राजनीति की जा रही है।
उन्होंने यह भी बताया कि प्रदर्शन के दौरान थाना परिसर में लगे पुलिस बैनर को फाड़ा गया, जिसे कानून व्यवस्था के उल्लंघन के रूप में देखा जा रहा है। “इस हरकत पर विधिसम्मत कार्रवाई की जाएगी,” उन्होंने दो टूक कहा।
प्रशासन के लिए चेतावनी
जन सुविधा मंच के प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी कि यदि समय रहते थाना प्रभारी को नहीं हटाया गया और क्षेत्र में कानून-व्यवस्था को बहाल नहीं किया गया, तो अगला प्रदर्शन जिला मुख्यालय पर होगा। उन्होंने कहा कि जरूरत पड़ने पर अनिश्चितकालीन धरना भी शुरू किया जाएगा।
साकची थाना क्षेत्र में जिस तरह से सामाजिक संगठन और थाना प्रशासन आमने-सामने आ गए हैं, वह जिले की प्रशासनिक व्यवस्था के लिए गंभीर चिंता का विषय है। एक ओर स्थानीय लोग सुरक्षा और शांति व्यवस्था को लेकर आंदोलित हैं, वहीं दूसरी ओर थाना प्रभारी खुद पर लगे आरोपों को साजिश बता रहे हैं। आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि जिला प्रशासन इस टकराव को कैसे हल करता है।
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