उदित वाणी, जमशेदपुर : गालूडीह थाना क्षेत्र के पुतरु गांव में जमीन विवाद को लेकर मंगलवार को हुई मारपीट की घटना ने तूल पकड़ लिया है. इस गंभीर मामले में पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. बुधवार को चारों को न्यायिक हिरासत में घाटशिला जेल भेज दिया गया.
घटना मंगलवार को तब हुई जब पुतरु निवासी तारापदो महतो और मानगो मून सिटी निवासी जितेंद्र कुमार दुबे के बीच लंबे समय से चल रहे भूमि विवाद ने हिंसक रूप ले लिया. जितेंद्र दुबे के साथ तीन अन्य – विजय कुमार, जगन्नाथ गोराई, और लक्ष्मी चक्रवर्ती – लाठी, डंडा और पिस्टल से लैस होकर तारापदो महतो पर हमला करने पहुंचे थे.
हमलावरों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मामला दर्ज :
गालूडीह थाना प्रभारी कुमार इंद्रेश ने बताया कि चारों आरोपियों के खिलाफ कांड संख्या 15/25 के अंतर्गत भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 4/5 -115(2), 117(2), 126(2), 3(5), 109, 351(3) और आर्म्स एक्ट की धारा 25(1-b)a, 26 के तहत मामला दर्ज किया गया है.
पुलिस की तत्परता से बढ़ा ग्रामीणों का विश्वास:
हमले के बाद पुतरु के ग्रामीणों में आक्रोश था, लेकिन गालूडीह पुलिस की त्वरित कार्रवाई और गिरफ्तारी से लोगों में राहत की भावना देखी गई. पीड़ित तारापदो महतो ने घटना के तुरंत बाद थाना में लिखित शिकायत दर्ज कराई थी.
भूमि विवाद की जड़ में NH-33 के किनारे की जमीन :
गौरतलब है कि विवाद की शुरुआत एनएच-33 के किनारे मौजा पुटुडू की 3 डिसमिल जमीन को लेकर हुई थी, जिसे अंचल कार्यालय से माफी में तारापदो महतो को दिया गया था. इसी जमीन पर कब्जा करने के उद्देश्य से यह हमला रचा गया था.
थाना प्रभारी का बयान:
थाना प्रभारी कुमार इंद्रेश ने कहा, “कानून व्यवस्था को बिगाड़ने की कोई भी कोशिश बर्दाश्त नहीं की जाएगी. आरोपियों को सख्त सजा दिलाने के लिए न्यायालय में मजबूत केस पेश किया जाएगा.”
न्याय की उम्मीद में पीड़ित परिवार :
तारापदो महतो और उनके परिजन अब न्याय की उम्मीद में हैं. ग्रामीणों ने प्रशासन से पीड़ित को सुरक्षा देने और जमीन पर कानूनी स्वामित्व सुनिश्चित करने की मांग की है.
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