
मुंबई: शुक्रवार को घरेलू शेयर बाजार ने एशियाई बाजारों से मिले नकारात्मक संकेतों के बीच सपाट शुरुआत की. शुरुआती कारोबार में आईटी और ऑटो क्षेत्र में बिकवाली देखी गई, जिससे सूचकांकों पर दबाव बना रहा. विश्लेषकों का मानना है कि सकारात्मक संकेतों की अनुपस्थिति के बावजूद विदेशी (एफआईआई) और घरेलू (डीआईआई) संस्थागत निवेशकों की ओर से जारी स्थिर प्रवाह ने बाजार को स्थिर बनाए रखा है. मौजूदा समय में बाजार एक समेकन के दौर से गुजर रहा है, जिसके निकट भविष्य में भी जारी रहने की संभावना जताई गई है.
सेंसेक्स-निफ्टी में मामूली बढ़त
सुबह करीब 9:29 बजे सेंसेक्स 11.77 अंक या 0.01% की बढ़त के साथ 81,644.79 पर कारोबार कर रहा था. वहीं, निफ्टी 13.20 अंक या 0.05% चढ़कर 24,846.80 पर पहुंचा. बैंक निफ्टी में 81.20 अंक या 0.15% की बढ़त दर्ज की गई और यह 55,627.25 पर कारोबार कर रहा था. निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 250.40 अंक या 0.44% की बढ़त के साथ 57,707.65 और स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 37.75 अंक या 0.21% की बढ़त के साथ 17,927.15 पर पहुंचा.
निफ्टी में तेज़ी के संकेत
गुरुवार को निफ्टी ने कारोबार के अंतिम चरण में अच्छी रिकवरी दिखाई. एक्सिस सिक्योरिटीज के शोध प्रमुख अक्षय चिंचलकर ने बताया कि निफ्टी फिलहाल 24,462 और 25,116 के बीच फंसा हुआ है, लेकिन गुरुवार की वापसी ने एक लॉन्ग लोअर शैडो और एक स्मॉल रियल बॉडी दर्शाया, जो दिन के उच्चतम स्तर के समीप था. यह तकनीकी रूप से तेजी का संकेत माना जा सकता है. निकटतम समर्थन और प्रतिरोध स्तर क्रमशः 24,677 और 25,000 माने जा रहे हैं.
टॉप लूजर्स और गेनर्स
सेंसेक्स पैक में इंफोसिस, टेक महिंद्रा, एचसीएल टेक, बजाज फाइनेंस, इंडसइंड बैंक, भारती एयरटेल, टाइटन और हिंदुस्तान यूनिलीवर जैसे शेयरों में गिरावट रही. वहीं, अदाणी पोर्ट्स, इटरनल, मारुति सुजुकी और सन फार्मा टॉप गेनर्स के रूप में उभरे.
एशियाई बाजारों का मिला कमजोर साथ
हांगकांग, बैंकॉक, सोल, चीन और जापान के प्रमुख शेयर बाजारों में लाल निशान में कारोबार देखा गया, जिससे वैश्विक धारणा पर असर पड़ा.
अमेरिका में रहा सकारात्मक रुख
पिछले कारोबारी सत्र में अमेरिकी बाजारों में सकारात्मक रुख रहा. डॉव जोंस 117.03 अंक या 0.28% की बढ़त के साथ 42,215.73 पर बंद हुआ. एसएंडपी 500 में 23.62 अंक या 0.40% की और नैस्डैक में 74.93 अंक या 0.39% की बढ़त दर्ज की गई.
मजबूत अर्थव्यवस्था, लेकिन आय में नहीं दिखा असर
जियोजित इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड के मुख्य निवेश रणनीतिकार डॉ. वी.के. विजयकुमार ने कहा कि बाजार दो विपरीत रुझानों से प्रभावित हो रहा है. एक ओर आर्थिक संकेतक लगातार मजबूत हो रहे हैं, जबकि दूसरी ओर, इनका सीधा प्रभाव कॉर्पोरेट आय में नहीं दिख रहा. यही बाजार की सीमित गति का मूल कारण है. 29 मई को एफआईआई ने 884.03 करोड़ रुपये की इक्विटी खरीदी, जबकि डीआईआई की ओर से 4,286.50 करोड़ रुपये की खरीदारी दर्ज की गई.
मैक्रो संकेतकों का बना समर्थन
विश्लेषकों के अनुसार, सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में मजबूती, मुद्रास्फीति और ब्याज दरों में गिरावट तथा राजकोषीय और चालू खाता घाटे में कमी जैसे कारकों से मध्यम अवधि में अर्थव्यवस्था और आय सुधार को आधार मिलता रहेगा.
(IANS)
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