मुंबई: गुरुवार को घरेलू शेयर बाजार लाल निशान में खुला. नकारात्मक वैश्विक संकेतों और तकनीकी बिकवाली के दबाव में निवेशकों ने सतर्कता दिखाई. आईटी और ऑटो क्षेत्र में शुरुआती बिकवाली से सूचकांकों पर असर पड़ा.
शुरुआती आंकड़े: सेंसेक्स और निफ्टी में जोरदार गिरावट
सुबह 9:26 बजे बीएसई सेंसेक्स 726.42 अंकों की गिरावट के साथ 80,870.21 पर कारोबार कर रहा था. वहीं एनएसई निफ्टी 225 अंकों की गिरावट के साथ 24,588.45 पर रहा. निफ्टी बैंक में 336.20 अंकों की गिरावट देखी गई और यह 54,738.90 पर था. मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स में भी क्रमशः 0.54% और 0.23% की गिरावट दर्ज हुई.
तकनीकी विश्लेषण: अब क्या हो सकता है बाजार का रुख?
विश्लेषकों का कहना है कि निफ्टी में अभी 24,600 एक अहम समर्थन स्तर है. यदि यह स्तर टूटता है तो बाजार 24,300 से 24,000 के स्तर तक खिसक सकता है. चॉइस ब्रोकिंग के रिसर्च एनालिस्ट मंदार भोजने ने कहा, “ऊपरी स्तर पर 24,900 पहला प्रतिरोध है. यदि निफ्टी 25,000 के ऊपर बंद होता है तो बाजार में तेजी लौट सकती है और यह 25,200 से 25,500 तक जा सकता है.”
सेंसेक्स पैक में सिर्फ दो विजेता, बाकी लाल
सेंसेक्स के शेयरों में केवल अदाणी पोर्ट्स और टाटा स्टील ही लाभ में दिखे. वहीं इंडसइंड बैंक, टेक महिंद्रा, पावर ग्रिड, एचसीएल टेक, नेस्ले इंडिया और हिंदुस्तान यूनिलीवर जैसे दिग्गज शेयरों में गिरावट आई.
एशियाई और अमेरिकी बाजारों में भी दबाव
चीन, हांगकांग, सोल, बैंकॉक और जापान के बाजारों में भी गिरावट देखी गई. केवल जकार्ता का बाजार हरे निशान में रहा. वहीं, अमेरिकी बाजारों में बुधवार को भारी गिरावट रही. डॉव जोन्स 816.80 अंक गिरकर 41,860.44 पर बंद हुआ. एसएंडपी 500 इंडेक्स 95.85 अंक गिरकर 5,844.61 पर. नैस्डैक 270.07 अंक की गिरावट के साथ 18,872.64 पर बंद हुआ. विशेषज्ञों के अनुसार, निवेशकों की भावनाओं पर कई प्रतिकूल कारकों का असर पड़ा. दिन के अंत तक बाजारों ने कुछ रिकवरी की कोशिश की, लेकिन कुल मिलाकर रुझान नकारात्मक ही रहा.
निवेशकों की चाल: एफआईआई और डीआईआई के आंकड़े
21 मई को विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने 2,201.79 करोड़ रुपये की इक्विटी खरीदी. वहीं घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने 683.77 करोड़ रुपये का निवेश किया.
(IANS)
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