शिक्षा की गुणवत्ता को श्रेष्ठता की ऊंचाइयों पर ले जाने को लोयोला प्रबंधन ने की कवायद
उदित वाणी संवादाता
उदित वाणी, जमशेदपुर: लोयोल स्कूल टेल्को में पूरे प्रबंधन की व्यवस्था लोयोला स्कूल बिष्टुपुर के अपने हाथों में लिए जाने के बाद से सुधार की कवायद तेज कर दी गई है. इसके लिए यहां भी नए-नए बदलाव लाए जा रहे हैं.
वर्तमान में यहां नई प्रिंसिपल को नियुक्त किया गया है. अब इस स्कूल की प्रिंसिपल चरणजीत ओशॉन होंगी. चरणजीत को यह जिम्मेदारी ऐसे समय में दी गई है, जब स्कूल रिवाइव कर रहा है. यहां टेल्को, बिरसानगर, हुरलुंग, घोड़ाबंधा इलाके के बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने के लिए स्कूल को और बेहतर बनाने की कवायद चल रही है. साथ ही साथ स्कूल के ब्रांडिंग पर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है.
आरटीई के तहत मान्यता भी मिली
इन सबके बीच पिछले दिनों टेल्को स्थित इस लोयोला स्कूल को स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग की नई नियमावली के अनुसार आरटीई के तहत मान्यता भी मिल चुकी है. अब स्कूल को स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग ने यूनिफाइड डिस्ट्रिक इनफार्मेशन सिस्टम (यू डायस) कोड जारी कर दिया है. इस कोड के मिलने से अब टेल्को लोयोला स्कूल में बच्चों की पढ़ाई बिना किसी अड़चन या बाधा के साथ सुचारू रूप से चल सकेगी.
गौरतलब हो कि टेल्को स्थित लोयोला स्कूल को सत्र 2022-2023 से लोयोला स्कूल बिष्टूपुर जमशेदपुर द्वारा ही सीधे तौर पर संचालित किया जा रहा है. लोयोला स्कूल जमशेदपुर के सदस्य लंबे समय से स्कूल को मान्यता दिलाने के लिए प्रयासरत थे. अब लोयोला बिष्टूपुर का प्रयास टेल्को स्थित लोयोला स्कूल को भी अच्छी पहचान दिलाने की है. लोयोला स्कूल बिष्टूपुर द्वारा वर्तमान में टेल्को लोयोला स्कूल के अलावा अन्य तीन स्कूल संचालित किए जाते हैं.
इनमें लोयोला स्कूल बिष्टूपुर, लोयोला हिंदी स्कूल बिष्टूपुर, संत इगनेशियस स्कूल रेंगड़ा जो टोंटो अंचल के एक ग्रामीण क्षेत्र में है, शामिल हैं. हाल ही में लोयोला स्कूल जमशेदपुर के 75 साल पूरे हुए हैं. बताते चलें कि लोयोला स्कूल टेल्को में खुलने से इलाके के लोगों में भी खुशी का माहौल है. पहले लोयोला स्कूल बिष्टुपुर तक पुहंचने के लिए छात्रों को परेशानी होती थी, लेकिन बिष्टुपुर के उसी स्कूल की शाखा टेल्को में खुलने से बच्चों के साथ अभिभावकों को भी खुशी मिली है.
लोयोला, बिष्टुपुर में तीन वाइस प्रिंसिपल की तैनाती
टेल्को स्थित लोयोला स्कूल में जहां प्राचार्य को बदला गया है तो वहीं पुराने लोयोला स्कूल बिष्टुपुर में शिक्षा की गुणवत्ता में व्यापक सुधार लाने व स्कूल के प्रबंधन को ज्यादा सुगम बनाने के लिए तीन-तीन वाइस प्रिंसिपल की तैनाती की गई है. ऐसा पहली बार हो रहा है जब एक स्कूल में एक साथ तीन वाइस प्रिंसिपल बनाए जा रहे हैं.
लोयोला स्कूल बिष्टुपुर में पहले से ही दो वाइस प्रिंसिपल थे. राष्ट्रपति पुरस्कार विजेता जयंती शेषाद्री वाइस प्रिंसिपल के पद पर पहले से सेवारत हैं, उनके साथ ही पहले से ही लोयोला के जूनियर विंग के लिए एक अलग वाइस प्रिंसिपल की तैनात है. इनका नाम विनीता एक्का है.
अब इन दो वाइस प्रिंसिपल के अलावा एक और नए वाइस प्रिंसिपल की तैनाती कर दी गई है. स्कूल में विनोद फर्नांडिस को नए वाइस प्रिंसिपल की जिम्मेदारी सौंपी गई है. इसके पीछे तर्क यह कि है कि वाइस प्रिंसिपल के अधिक होने से स्कूल के संचालन व प्रबंधन में बेहतरी आएगी और पठन-पाठन की गुणवत्ता और बेहतर होगी.
परंपरा, गुणवत्ता बेहतर बनाने की चुनौती
बहरहाल स्कूल की नई प्रिंसिपल चरणजीत ओशॉन लोयोला स्कूल टेल्को को श्रेष्ठता की ऊंचाइयों तक ले जाने की ऊर्जा के साथ काम करने के लिए तैयार हैं. कहतीं हैं कि लोयोला स्कूल की जो परंपरा रही है और जो गुणवत्ता रही है, उस गुणवत्ता को और बेहतर बनाने की चुनौती के साथ काम करने की योजना है.
लोयोला स्कूल की पहचान पहले से ही बहुत सशक्त है. लोयोला स्कूल टेल्को भले ही नया हो, लेकिन लोयोला की परंपरा, आदर्श और श्रेष्ठता हमेशा से ऊंची रही है. इस परंपरा को ही आगे बढ़ाना है.
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