नई दिल्ली: गर्मी का भीषण महीना जेठ दस्तक देने को तैयार है. सुबह की किरणें भी तपन से भर जाएंगी और शामों में भी राहत का एहसास नहीं रहेगा. ऐसे मौसम में शरीर के कूलिंग सिस्टम पर ध्यान देना बेहद जरूरी हो जाता है. प्राचीन योग शास्त्रों में कई ऐसे उपाय बताए गए हैं जो शरीर को शीतलता प्रदान कर सकते हैं. इनमें से कुछ सरल योगासन इस चिलचिलाती गर्मी में शांति और ठंडक का अहसास दिला सकते हैं.
बालासन: शांति और आत्मनिरीक्षण का आसन
बालासन का उल्लेख पतंजलि योग सूत्र के अष्टांग योग से संबंधित ईश्वर प्रणिधान अभ्यास के रूप में मिलता है. इसे करने के लिए घुटनों के बल बैठें और एड़ियों को अलग रखते हुए पंजों को मिलाकर बैठें. फिर सांस छोड़ते हुए आगे झुकें और माथे को चटाई या मुलायम कुशन पर टिकाएं. हाथों को आगे बढ़ा सकते हैं या शरीर के साथ रख सकते हैं.
बालासन के दो रूप प्रचलित हैं. एक में घुटनों को जोड़ा जाता है, जिससे मन मस्तिष्क को गहन शांति मिलती है. दूसरे रूप में घुटनों को अलग रखा जाता है, जिससे छाती और पेट को फैलने की जगह मिलती है और सांस का प्रवाह बेहतर होता है. सिर नीचे झुकाने से नर्वस सिस्टम को विश्राम का संकेत मिलता है. यह आसन ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने, मानसिक तनाव घटाने और पाचन तंत्र को मजबूत करने में सहायक है. गर्मियों में जब पाचन संबंधी समस्याएं बढ़ जाती हैं, तब बालासन विशेष रूप से लाभकारी सिद्ध होता है.
अर्ध मत्स्येन्द्रासन: आंतरिक अंगों को ऊर्जा देने वाला योग
हठ योग परंपरा का यह महत्वपूर्ण आसन वरिष्ठ नागरिकों के लिए भी अत्यंत उपयोगी माना जाता है. आयुष मंत्रालय के अनुसार, अर्ध मत्स्येन्द्रासन एड्रिनल ग्रंथियों को सक्रिय करता है, कब्ज और अस्थमा जैसी समस्याओं से राहत देता है तथा पाचन क्रिया को सुदृढ़ बनाता है. मधुमेह रोगियों के लिए भी यह अत्यंत लाभकारी योगासन है.
इसे करने के लिए योगा मैट पर बैठकर एक पैर मोड़ें और धड़ को उसी दिशा में घुमाएं. विपरीत हाथ से मोड़े हुए पैर के घुटने को पकड़ें और शरीर को सीधा रखते हुए घुमाव बनाए रखें. इस आसन को करते समय शरीर का संतुलन बनाए रखना आवश्यक है.
गर्मी में योगाभ्यास के समय का रखें ध्यान
गर्मी के मौसम में योगाभ्यास का समय भी विशेष महत्व रखता है. योग विशेषज्ञों के अनुसार, दोपहर के समय जब तापमान चरम पर होता है, तब योग न करें. सूर्योदय या सूर्यास्त के समय योग करना अधिक उपयुक्त होता है. साथ ही, किसी कुशल योग प्रशिक्षक से सही विधि सीखना अनिवार्य है ताकि अभ्यास सुरक्षित और प्रभावी बना रहे.
(IANS)
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