जमशेदपुर: गर्मी की तपिश और शरीर की बेचैनी के बीच अगर कोई प्रकृति प्रदत्त वरदान है, तो वह है गोंद कतीरा. एक ऐसा प्राकृतिक तत्व, जो शरीर को अंदर से ठंडा करता है, आंतरिक अंगों को संजीवनी देता है और पाचन से लेकर त्वचा तक को लाभ पहुंचाता है. इसका नाम भले ही अपरिचित लगे, पर प्रभाव चमत्कारी है.
क्या है गोंद कतीरा?
गोंद कतीरा एक प्राकृतिक राल (रेजिन) है, जो एस्ट्रैगलस नामक पौधे के तने और जड़ों से निकलता है. यह पाउडर, क्रिस्टल या गुच्छे के रूप में मिलता है और पानी में भीगने पर जेली जैसा रूप ले लेता है. इसे ‘गम ट्रैगैकैंथ’ के नाम से भी जाना जाता है.
शरीर में नमी बनाए रखता है
गर्मी के मौसम में जब शरीर डिहाइड्रेशन, थकावट और हीट स्ट्रोक से जूझता है, तब गोंद कतीरा शरीर में नमी बनाए रखता है. यह आंतों को हाइड्रेट करता है और पाचन तंत्र को एल्कलाइन रखता है, जिससे कब्ज और गैस जैसी समस्याओं से राहत मिलती है.
लू और हीट स्ट्रोक से सुरक्षा
गोंद कतीरा को मिश्री के साथ मिलाकर शरबत बनाकर सुबह-शाम पीने से लू और हीट स्ट्रोक से बचा जा सकता है. यह शरीर को शीतलता प्रदान करता है और थकान दूर करता है.
त्वचा को बनाता है मुलायम और चमकदार
इसमें पाए जाने वाले मॉइस्चराइजिंग गुण त्वचा को हाइड्रेट करते हैं, जिससे त्वचा मुलायम, झुर्रियों से मुक्त और चमकदार बनी रहती है. कोलेजन उत्पादन में सहायक होने के कारण यह त्वचा के साथ-साथ जोड़, लिगामेंट और कार्टिलेज को भी मजबूती प्रदान करता है.
सूजन और जोड़ों के दर्द में असरदार
गोंद कतीरा में मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी (सूजन-रोधी) तत्व शरीर की आंतरिक सूजन को कम करने में सहायक होते हैं. गठिया, जोड़ों का दर्द और हड्डियों की कमजोरी जैसी समस्याओं में इसका सेवन फायदेमंद होता है.
ऊर्जा से भरपूर और यौन स्वास्थ्य में लाभकारी
गोंद कतीरा में फॉलिक एसिड, प्रोटीन, कैल्शियम और मैग्नीशियम प्रचुर मात्रा में होते हैं, जो शरीर को ऊर्जा प्रदान करते हैं और थकावट, कमजोरी को दूर करते हैं. पुरुषों की यौन समस्याओं में भी यह उपयोगी माना गया है.
वजन घटाने और पाचन तंत्र के लिए अमृत समान
फाइबर से भरपूर गोंद कतीरा भूख को नियंत्रित करता है, मेटाबॉलिज्म को बढ़ाता है और वजन घटाने में मदद करता है. पेट दर्द, गैस, सूजन और कब्ज की समस्या हो या इरिटेबल बाउल सिंड्रोम (IBS), यह राहत पहुंचाने में बेहद कारगर है.
कैसे करें सेवन?
गोंद कतीरा को रातभर पानी में भिगो दें. सुबह इसे नींबू पानी, शिकंजी, दूध या शरबत में मिलाकर सेवन करें. चाहें तो इसे सीधा भी खा सकते हैं.
(IANS)
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