उदित वाणी, आदित्यपुर: सरायकेला-खरसावां जिले के चांडिल स्थित वनराज स्टील लिमिटेड द्वारा फैलाए जा रहे गंभीर प्रदूषण के खिलाफ ग्रामीणों का आक्रोश बढ़ता जा रहा है. शुक्रवार को प्रभावित गांवों के ग्रामीण आदित्यपुर स्थित झारखंड राज्य प्रदूषण नियंत्रण परिषद (JSPCB) के कार्यालय पहुंचे और अधिकारियों को एक मांग पत्र सौंपा. ग्रामीणों ने 10 दिनों के भीतर कार्रवाई की मांग करते हुए चेतावनी दी कि यदि समाधान नहीं मिला तो उग्र आंदोलन किया जाएगा.
तीन पंचायतों के दर्जनों गांव प्रभावित
ग्रामीणों का कहना है कि वनराज स्टील द्वारा फैलाए जा रहे प्रदूषण से चीलगू बड़ा लाखा, छोटा लाखा, मानीकुई, हुमिद, भादुडीह, धतकीडीह, हरोडीह, जरियाडीह, करणी डीह, भुइयांडीह और रूढिया सहित तीन पंचायतों के दर्जनों गांव प्रभावित हो रहे हैं. हवा और पानी में बढ़ता प्रदूषण स्थानीय निवासियों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डाल रहा है.
2023 से शिकायत, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं
ग्रामीणों ने बताया कि वे 2023 से लगातार प्रदूषण नियंत्रण विभाग को आवेदन देकर समाधान की मांग कर रहे हैं. बावजूद इसके, अब तक किसी भी स्तर पर ठोस कार्रवाई नहीं की गई है. ग्रामीणों ने विभाग की उदासीनता पर सवाल उठाते हुए कहा कि यदि स्थिति यूं ही बनी रही, तो आने वाले समय में यह गंभीर स्वास्थ्य संकट पैदा कर सकता है.
आखिरी चेतावनी – नहीं मिली राहत तो उग्र आंदोलन
ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि यदि 10 दिनों के भीतर विभागीय स्तर पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया तो वे बड़े स्तर पर आंदोलन करेंगे. इस दौरान यदि कोई अप्रिय स्थिति उत्पन्न होती है, तो इसकी पूरी जिम्मेदारी प्रशासन और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की होगी.
अब देखना यह होगा कि ग्रामीणों की यह चेतावनी प्रशासन को कार्रवाई के लिए मजबूर करती है या फिर समस्या जस की तस बनी रहती है.
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