उदित वाणी, जमशेदपुर: एस शंकर निर्देशित और 450 करोड़ की लागत से बनी तेलुगू फिल्म गेम चेंजर 10 जनवरी को सिनेमाघरों में रिलीज हो चुकी है. राम चरण, कियारा आडवाणी और एसजे सूर्या अभिनीत इस फिल्म को पैन इंडिया रिलीज किया गया है. शंकर की पिछली फिल्म इंडियन 2 फ्लॉप रही थी. क्या गेम चेंजर उनकी पुरानी छवि को बचा पाएगी? आइए जानते हैं.
कहानी: नया क्या है?
फिल्म की कहानी भ्रष्टाचार और ईमानदारी की सदियों पुरानी लड़ाई पर आधारित है. राम चरण एक आईपीएस अधिकारी बनते हैं और फिर आईएएस बनने का सफर तय करते हैं. कहानी में उनका सामना बेईमान नेता एसजे सूर्या से होता है. फिल्म में नायक और शिवाजी जैसी शंकर की पुरानी फिल्मों की झलक मिलती है. हालांकि कहानी में कुछ भी नया नहीं है और यह पूरी तरह एवरेज है.
निर्देशन: क्या शंकर ने निराश किया?
शंकर जैसे निर्देशक, जिन्होंने इंडियन, नायक, शिवाजी, और 2.0 जैसी ब्लॉकबस्टर फिल्में दी हैं, उनके निर्देशन की चमक इस फिल्म में फीकी लगती है. गेम चेंजर का निर्देशन और कहानी दोनों साधारण हैं. यह शंकर के लिए एक और औसत दर्जे की फिल्म साबित होती है.
अभिनय: कौन चमका, कौन फीका?
• एसजे सूर्या: अपने हर सीन में बाकी कलाकारों पर भारी पड़े हैं.
• राम चरण: उनकी एक्टिंग और एक्शन ठीक हैं, लेकिन कुछ खास प्रभावित नहीं करते.
• कियारा आडवाणी: उन्होंने औसत काम किया है.
फिल्म में कोई ऐसा वॉओ फैक्टर नहीं है जो दर्शकों को प्रभावित कर सके.
क्या देखें, क्या न देखें?
गेम चेंजर की कहानी साधारण है. फिल्म का फ्लैशबैक सेक्शन, जो लगभग आधे घंटे का है, सबसे पावरफुल हिस्सा है. यदि आप शंकर के फैन हैं, तो एक बार देख सकते हैं. लेकिन यदि आप कुछ नया और दिलचस्प चाहते हैं, तो यह फिल्म आपको निराश कर सकती है.
क्या शंकर की चमक लौटेगी?
क्या गेम चेंजर जैसी फिल्में शंकर की ब्लॉकबस्टर फिल्मों की विरासत को बचा पाएंगी, या उनकी सफलता का ग्राफ अब ढलान पर है? यह सवाल उनके प्रशंसकों को जरूर सोचने पर मजबूर करेगा.
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