उदित वाणी आदित्यपुर (का.प्र.) : झारखंड आंदोलनकारी और झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के केंद्रीय सदस्य रुद्र प्रताप महतो ने अपने निलंबन पर पुनर्विचार की अपील की है. उन्होंने इस संबंध में झामुमो की केंद्रीय कमिटी को पत्र लिखा है.
40 वर्षों की निष्ठा और आंदोलनकारी पृष्ठभूमि
श्री महतो झामुमो के संस्थापक सदस्य हैं और पार्टी से पिछले 40 वर्षों से जुड़े हुए हैं. वे आदित्यपुर नगर अध्यक्ष के अलावा, सरायकेला-खरसावां जिला झामुमो के अध्यक्ष पद पर लगातार दो बार निर्वाचित हो चुके हैं. आंदोलनकारी के रूप में उनकी भूमिका झारखंड के संघर्षशील इतिहास का एक महत्वपूर्ण हिस्सा रही है.
छवि धूमिल करने का आरोप
श्री महतो ने पत्र में आरोप लगाया है कि कुछ नेताओं ने उनकी छवि को धूमिल कर अपने राजनीतिक लाभ के लिए षड्यंत्र रचा. उनका कहना है कि निलंबन से पहले यदि उनसे स्पष्टीकरण मांगा गया होता, तो वे केंद्रीय कमिटी के समक्ष अपनी बात रख सकते थे और षड्यंत्रकारियों के चेहरों को बेनकाब कर सकते थे.
नेतृत्व से पुनर्विचार की अपील
उन्होंने झामुमो नेतृत्व से अनुरोध किया है कि उनकी लंबी सेवा और पार्टी के प्रति समर्पण को ध्यान में रखते हुए निलंबन पर पुनर्विचार किया जाए.
क्या झामुमो नेतृत्व करेगा निष्पक्ष निर्णय?
यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि झामुमो नेतृत्व श्री महतो की अपील पर क्या रुख अपनाता है. पार्टी के भीतर इस मामले को लेकर चर्चा तेज हो सकती है.
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