असर सर्वेक्षण रिपोर्ट से खुलेंगे शिक्षा की गुणवत्ता के नए आयाम
उदित वाणी, बहरागोड़ा: बहरागोड़ा महाविद्यालय के शिक्षा संकाय के छात्रों ने दो दिवसीय असर (Annual Status of Education Report – ASER) सर्वेक्षण का कार्य पूरा कर लिया. यह सर्वेक्षण बहरागोड़ा, धालभूमगढ़, घाटशिला, मुसाबनी, गुड़ाबांदा, डुमरिया और चाकुलिया के विभिन्न गांवों में किया गया.
रिपोर्ट सौंपने का कार्यक्रम
सर्वेक्षण की रिपोर्ट महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. बालकृष्ण बेहेरा और विभागाध्यक्ष व नोडल ऑफिसर डॉ. जितेंद्र कुमार को सौंपी गई. इस अवसर पर डॉ. बेहेरा ने बताया कि असर सर्वेक्षण की रिपोर्ट 2025 में दिल्ली में प्रकाशित की जाएगी. यह रिपोर्ट 3 से 16 वर्ष के बच्चों के पठन-पाठन और सीखने के स्तर का आकलन करेगी.
नई शिक्षा नीति में योगदान
डॉ. बेहेरा ने कहा कि यह सर्वेक्षण नई शिक्षा नीति को दिशा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा. वहीं, नोडल ऑफिसर डॉ. जितेंद्र कुमार ने बीएड के छात्रों को इस कार्य के सफलतापूर्वक संपन्न होने पर बधाई दी. उन्होंने कहा कि यह अनुभव छात्रों के लिए भविष्य में रिसर्च और करियर में ऊंचाइयों तक पहुंचने में सहायक सिद्ध होगा.
प्रमाण पत्र वितरण
इस अवसर पर प्राचार्य और नोडल ऑफिसर ने असर प्रशिक्षक अमरूद प्रधान और ललित नायक की उपस्थिति में सर्वेक्षण में भाग लेने वाले छात्रों को प्रमाण पत्र वितरित किए और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की.
असर: शिक्षा के स्तर का आकलन
असर सर्वेक्षण भारत में शिक्षा की गुणवत्ता और स्तर का मूल्यांकन करने वाला एक महत्वपूर्ण अध्ययन है. यह रिपोर्ट बच्चों की पढ़ाई की क्षमता और शिक्षा व्यवस्था की कमजोरियों को उजागर करती है. असर के आंकड़े नीति निर्माण और शिक्षा सुधार में अहम भूमिका निभाते हैं.
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