उदित वाणी, जमशेदपुर: गोविंद विद्यालय, तामुलिया के छात्रों ने मंगलवार को रांची स्थित लाह उत्पादन और अनुसंधान केंद्र का शैक्षणिक भ्रमण किया. इस दौरे में छात्रों ने न केवल लाह उत्पादन के विज्ञान को करीब से जाना, बल्कि पर्यावरण और कृषि के महत्व को भी समझा.
लाह उत्पादन की गहराईयों को समeduझा
स्कूल के डायरेक्टर राजेश शर्मा ने कहा कि इस शैक्षणिक यात्रा से छात्रों को लाह की खेती, उत्पादन प्रक्रिया और इससे बनने वाले उत्पादों की विस्तृत जानकारी मिली. साथ ही, छात्रों ने मधुमक्खी पालन के महत्व और उसकी प्रक्रिया को भी गहराई से सीखा.
व्यवसायिक शिक्षा और प्राकृतिक जुड़ाव का अवसर
इस दौरे में बच्चों को न केवल कृषि और प्राकृतिक उत्पादों से संबंधित ज्ञान मिला, बल्कि उन्होंने समझा कि इनका उद्योग और रोजगार में कैसे उपयोग हो सकता है. डायरेक्टर ने इसे एक मूल्यवान शैक्षणिक अनुभव बताया.
धार्मिक और सांस्कृतिक यात्रा का समावेश
रांची की यात्रा के दौरान छात्रों ने देवउड़ी माता मंदिर का दर्शन भी किया. इस धार्मिक अनुभव ने छात्रों को सांस्कृतिक और आध्यात्मिक दृष्टिकोण से समृद्ध किया.
सहभागिता और स्मरणीय अनुभव
प्रिंसिपल सुनीता त्रिपाठी और स्कूल के अन्य शिक्षक, जैसे अभिक महतो, सोनिया रानी महतो, रिंकी मन्ना, हरप्रीत कौर, किरण गोराई, बेबी शर्मा, बबलू महतो, और लक्ष्मी प्रिया तांती ने छात्रों का उत्साहवर्धन किया.
क्या ऐसे शैक्षणिक भ्रमण बदल सकते हैं शिक्षा का स्वरूप?
छात्रों के अनुभवों ने यह साबित किया कि ऐसे शैक्षणिक भ्रमण, कक्षा की पढ़ाई से आगे बढ़कर, बच्चों को व्यावहारिक ज्ञान और अनुभव प्रदान करते हैं. यह न केवल उनकी शिक्षा को सुदृढ़ बनाता है बल्कि उन्हें प्रकृति और संस्कृति से भी जोड़ता है.
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