सृष्टि की रक्षा में सबकी सुरक्षा: प्रकाश
उदितवाणी, जमशेदपुर : प्राकृतिक धर्म ने बारीडीह में ‘सृष्टि रक्षा पर्व’ का आयोजन किया, जो सृष्टि की जननी नारी शक्ति और सृष्टि की सुरक्षा कवच प्रकृति के सम्मान और रक्षा को समर्पित था। इस अवसर पर बेटियों और पेड़-पौधों को रक्षा सूत्र बांधकर उनके संरक्षण का संकल्प लिया गया।
कार्यक्रम के मुख्य संदेश
इस आयोजन का उद्देश्य समाज में नारी शक्ति और प्रकृति के प्रति सम्मान, सुरक्षा और समानता की भावना को बढ़ावा देना था। उपस्थित लोगों को प्रेरित किया गया कि:
- परिवार और समाज में नारी शक्ति का सम्मान और सुरक्षा सुनिश्चित करें।
- नारी को आत्म-सम्मान की रक्षा और सतर्कता के प्रति सजग बनाएं।
- रूढ़िवादी सोच, नकारात्मक मानसिकता और नारी विरोधी गतिविधियों का उन्मूलन करें।
प्रकाश चंद्र का संदेश
धर्म प्रचारक प्रकाश चंद्र ने अपने संबोधन में कहा, “सृष्टि की रक्षा में ही सबकी सुरक्षा निहित है।” उन्होंने परिवार और समाज में नारी और प्रकृति विरोधी कार्यों पर रोक लगाने, सामाजिक मानसिक प्रदूषण को समाप्त करने और नारी शक्ति का सम्मान बढ़ाने पर जोर दिया।
उन्होंने यह भी कहा कि सृष्टि की रक्षा के लिए नारी और प्रकृति के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण और सद्भावना को अपनाना अत्यंत आवश्यक है।
सामूहिक संकल्प
- कार्यक्रम में सभी उपस्थित लोगों ने नारी और प्रकृति के सम्मान और सुरक्षा का संकल्प लिया।
- “सृष्टि की रक्षा, सबकी सुरक्षा” और “बेटियों की रक्षा, सृष्टि की सुरक्षा” जैसे संदेशों के माध्यम से जागरूकता फैलाने पर बल दिया गया।
उल्लेखनीय उपस्थिति
कार्यक्रम में पवन कुमार, बुल्लू सरदार, उषा देवी, ज्योति कुमारी समेत कई गणमान्य सदस्य उपस्थित थे।
कार्यक्रम का समापन प्रसाद वितरण के साथ हुआ।
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