जमशेदपुरः बागबेड़ा ग्रामीण जलापूर्ति योजना विगत कई वर्षों से लटकी पड़ी है। काम कब तक शुरू होगा, इसे लेकर क्षेत्र के लोगों में संशय है। काम न होने के कारण फिल्टर प्लांट में जंगल झाड़ उग आए हैं। आज बागबेड़ा महानगर विकास समिति के अध्यक्ष सुबोध झा ने फिल्टर प्लांट का निरीक्षण किया।
सुबोध झा ने कहा कि योजना आज भी अधूरी पड़ी हुई है। कहा कि जिस प्रकार 237 करोड़ रूपए का गबन हो गया, ठीक उसी प्रकार से एक बार फिर 50 करोड़ 58 लख रुपए का भी बगैर काम किए बंदरबांट हो रहा है। पाइप बिछाने के नाम पर सड़कों को गड्ढा कर छोड़ दिया गया है, जिससे प्रतिदिन दुर्घटनाएं हो रही हैं। फिल्टर प्लांट में बड़े-बड़े पेड़ पौधे और जंगल झाड़ उग गए हैं। फिल्टर प्लांट में बनाए गए बिल्डिंग को केवल उपर से चमकाने का काम हो रहा है। सबसे मुख्य फिल्टर प्लांट के काम को छोड़ दिया गया है।
सुबोध झा ने कहा कि भाजपा की सरकार में ही यह योजना पूरी होगी और घर-घर नल से पानी उपलब्ध होगा। उन्होंने कहा कि मामले में झारखंड हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर किया गया है। न्यायालय के आदेश के बाद भी काम ठप पड़ा हुआ है और बागबेड़ा क्षेत्र की सवा दो लाख जनता बूंद-बूंद पानी के लिए तरस रही है।
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