उदित वाणी, जमशेदपुर: झारखंड सरकार ने आदिवासी विद्यार्थियों के लिए पिछले साल एक नई योजना शुरू की है. योजना का नाम मरांग गोमके जयपाल सिंह मुंडा पारदेशीय छात्रवृत्ति योजना है. इसके अंतगर्त झारखंड सरकार राज्य के अनुसूचित जाति जनजाति के प्रतिभावान लड़को लड़कियों को ऑक्सफोर्ड और कैंब्रिज जैसे प्रतिष्ठित विदेशी यूनिवर्सिटी में उच्च शिक्षा लेने का मौका दे रही है. इस स्कीम के अंतगर्त अनुसूचित जनजाति अनुसूचित जाति अल्पसंख्यक एवं अन्य पिछड़े वर्ग कल्याण विभाग द्वारा अनुसूचित जाति के 10 विद्यार्थियों का चयन किया जाएगा जो मरांग गोमके जयपाल सिंह मुंडा ट्रांसनेशनल स्कालरशिप स्कीम के अंतगर्त अपनी उच्च शिक्षा मास्टर डिग्री एमफिल हेतु विदेशों में पढऩे के लिए छात्रवृत्ति प्राप्त करेंगे. इसके तहत 31 विषयों में मास्टर और एमफिल करने का मौका मिल सकता है. इसके लिए उम्र की पात्रता एक अप्रैल 2022 तक 35 वर्ष से कम होनी चाहिए. इसके लिए पांच जून तक आवेदन किया जा सकता है. इसके तहत ग्रेट ब्रिटेन के यूनाइटेड किंगडम में शीर्ष 110 विश्वविद्यालय और उत्तरी आयरलैंड के विश्व विद्यालयों में छात्रों को पढऩे का मौका मिल सकता है. योजना में ट्यूशन फीस, हवाई मार्ग की लागत, वार्षिक रखरखाव भत्ता, वीजा शुल्क, चिकित्सा बीमा प्रीमियम और अन्य छात्रवृत्ति के तहत शामिल हैं. यही नहीं, झारखंड सरकार ने इस स्कॉलरशिप के लिए एफसीडीओ – यूके सरकार के साथ साझेदारी की है.
जलवायु परिवर्तन- अर्थशास्त्र जैसे विषयों पर कर सकते पढ़ाई
स्कीम के अंतगर्त प्रत्येक वर्ष अनुसूचित जनजाति के चुने गए 10 नागरिको को यूनिवर्सिटी ऑफ ऑक्सफोर्ड कैंब्रिज जैसे बड़े विदेशी शैक्षणिक संस्थानों में 31 विषयों में स्नातकोत्तर की डिग्री प्राप्त करने का मौका मिलेगा. सरकार द्वारा उन्हें आर्थिक मदद दी जाएगी. इस योजना के अंतगर्त चुने गए नागरिक मानव विज्ञान,जलवायु परिवर्तन, अर्थशास्त्र, विधि, मीडिया एंड कम्युनिकेशन, कृषि, कला और संस्कृति, पर्यटन आदि जैसे 22 अलग-अलग विषयों में से किसी भी विषय में आगे की शिक्षा ले सकते हैं. यह योजना उन विद्यार्थियों के लिए बहुत लाभदायक है जो अपनी शिक्षा में काफी अधिक प्रतिभाशाली हैं यदि उनके पास आगे की पढ़ई लिए ज्यादा पैसा ना होने की वजह से उन्हें कम में ही संतोष करना पड़ रहा है. और अब ऐसा नहीं होगा सरकार हर वर्ष 10 ऐसे नागरिको का चयन करेगी जो अपनी पढ़ाई विदेशों में जाकर अच्छे शैक्षणिक संस्थानों में शिक्षा प्राप्त करने का अवसर पाएंगे.
झारखडं मरांग गोमके जयपाल सिंह मुंडा पारदेशीय छात्रवृत्ति योजना 2022 पात्रता
मास्टर डिग्री एम फिल डिग्री के लिए अभ्यार्थी के स्नातक की डिग्री में 55त्न या इससे अधिक अंक होने चाहिए एवं संबंधित विषय में 2 वर्ष का शिक्षण कार्य वांछनीय होगा. ऐसे आवेदक जिनके पास अनुभव होगा उन्हें इस योजना के तहत प्राथमिकता दी जाएगी. किसी भी आवेदक की आयु 35 वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए. केवल झारखंड राज्य का स्थाई निवासी ही इस योजना के लिए आवेदन कर सकता है. झारखड मरांग गोमके जयपाल सिंह मुंडा पारदेशीय छात्रवृत्ति योजना का लाभ लेने के लिए आवेदक के पास उनका अनुसूचित जनजाति का जाति प्रमाण पत्र होना आवश्यक है. आवेदक की वार्षिक पारिवारिक आय 1200000 या इससे कम होनी चाहिए. इससे अधिक आय वाला व्यक्ति योजना के लिए पात्र नहीं होगा. एक ही माता-पिता या अभिभावक के एक से अधिक बच्चे इस स्कीम के तहत पात्र नहीं होंगे. इस योजना का लाभ किसी भी लाभार्थी को किसी भी विशेष पाठ्यक्रम के लिए मात्र एक बार ही दिया जाएगा. भारत सरकार या राज्य सरकार के मंत्री के बच्चे इस योजना के तहत शामिल नहीं किए जाएंगे.
आवश्यक दस्तावेज
आधार कार्ड
शैक्षणिक दस्तावेज
आय प्रमाण पत्र या आयकर रिटर्न की प्रति
जाति प्रमाण पत्र
अन्य आवश्यक दस्तावेज
स्कीम का लाभ लेने के लिए ये है आवेदन प्रक्रिया
वे सभी इच्छुक उम्मीदवार जो इस योजना के अंतगर्त पंजीकरण करवाना चाहते हैं, उन्हें सबसे पहले आपको झारखंड सरकार की वेलफेयर डिपार्टमेंट की ऑफिसियल वेबसाइट पर जाना होगा. इसके बाद आपके सामने वेबसाइट का होम पेज खुल जाएगा. वेबसाइट के होम पेज पर मरांग गोमके जयपाल सिंह मुंडा पारदेशीय छात्रवृत्ति के लिंक पर क्लिक कर देना है. इसके बाद आपके सामने एक नया पेज खुल जायेगा. यहां योजना के आवेदन के दिशा निर्देश आवेदन पत्र एवं अन्य जरूरी दस्तावेजों की सभी जानकारी दिखाई देगी. सभी जानकारी देखने के बाद आवेदन पत्र का फॉरमैट डाउनलोड कर लेना होगा. अब इस आवेदन का प्रिंट निकाल कर इस फॉर्म में मांगी गई जानकारी दर्ज करे. सारी जानकारी दर्ज करने के बाद अपने पंजीकरण फॉर्म को स्कैन करें और इसे सेव कर ले. अब अपने सिस्टम में अपने ब्राउजऱ पर अपनी ईमेल आईडी खोलिए. अपने ईमेल में न्यू मेल कंपोज कीजिए और एड्रेस में tw-com-jhr@nic.in भरे. अब अपने एप्लीकेशन फॉर्म की स्कैन कॉपी को अपलोड करें. अंत में सेंड का बटन दबाकर अपनी मेल सेंड कर दें और इस प्रकार आपकी आवेदन की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी.
मरांग गोमके जयपाल सिंह मुंडा पारदेशीय छात्रवृत्ति योजना का उद्देश्य
झारखंड राज्य के मरांग गोमके जयपाल सिंह मुंडा पहले ऐसे आदिवासी थे जो इंग्लैंड में पढऩे गए थे. यह भारतीय हॉकी टीम के कप्तान भी थे इन्होने भारत को ओलंपिक में स्वर्ण पदक भी दिलाया था. और इन्होने खेलो और शिक्षा के साथ-साथ राजनीति में भी योगदान दिया है यह संविधान सभा के सदस्य रहे हैं और इन्होंने झारखंड आंदोलन की नींव रखी थी. इनके नाम पर यह नई योजना निकाली गई है. योजना नई पीढ़ी के आदिवासी नागरिको को संभावनाओं को अवसर में बदलने का मौका देगी. इस योजना से राज्य के नागरिको को राज्य एवं देश निर्माण में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाने का अवसर दिया जायेगा.
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