उदित वाणी, रांची: अवैध खनन मामले में 17 नवंबर को लगभग साढ़े नौ घंटे पूछताछ करने के बाद ईडी ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को छोड़ दिया. बताया गया कि ईडी द्वारा मुख्यमंत्री सोरेन से कई तरह के कागजातों की मांग की गई है और मुख्यमंत्री के आग्रह पर कागजात जमा करने के लिए ईडी ने उन्हें कुछ दिनों का समय दिया है.
इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने यूपीए के विधायकों को अपने-अपने क्षेत्र में जाने का भी निर्देश दिया. इससे पूर्व शुक्रवार को भी मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने यूपीए विधायकों व मंत्रियों के साथ मैराथन बैठकें की.
बैठक के बाद गांडेय के झामुमो विधायक सरफराज अहमद ने कहा कि मुख्यमंत्री ने विधायकों को अपने-अपने क्षेत्र में काम में जुट जाने का निर्देश दिया और कहा कि जरूरत पड़ने पर उन्हें फिर बुला लिया जायेगा. वहीं झामुमो के केन्द्रीय प्रवक्ता सुप्रियो भटटाचार्य ने कहा कि राज्य के विभिन्न जिलों से आये पार्टी कार्यकर्ताओं को भी अपने-अपने घर जाने का निर्देश दिया गया और जरूरत पड़ने पर उन्हें भी फिर रांची बुलाने की बात कही गई है.
लिहाजा दूसरे दिन शुक्रवार को भी झामुमो कार्यकर्ता मोराहाबादी मैदान व मुख्यमंत्री आवास के बाहर डटे रहे. जिससे कांके रोड में ट्रैफिक व्यवस्था बेहाल रहा. विधायकों के साथ बैठक करने के बाद मुख्यमंत्री ने कार्यकताओं को संबोधित भी किया.
खनन घोटाला सिर्फ दो साल का ही नहीं, दूध का दूध, पानी का पानी करेंगे, तो जांच एजेंसी को करेंगे सहयोग-हेमंत
अपने आवास के बाहर कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि गुरूवार को हम ईडी ऑफिस गये थे और ईडी के अधिकारियों को लगभग 8 घंटों तक उनके सवालों का जवाब दिया. मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने ईडी के अधिकारियों से पूछा कि आपलोगों ने खनन घोटाले पर जो आरोप लगाया है.
क्या यह दो साल में किया गया है, तो ईडी का कहना है कि उन्होंने दो साल नहीं कहा है. यह 2 साल का ही आरोप नहीं है. इसके बाद हमने कहा कि जब 2 साल का आरोप नहीं है.
उन्होंने कहा तो पूर्व की सरकार को क्यों नहीं बोलते हो. उन्होंने कहा कि जांच सही तरीके से हो तो हम समर्थन करेंगे पर जांच गलत हो तो विरोध भी करेंगे. हमने उनसे कहा कि अगर आप ईमानदारी से दूध का दूध और पानी का पानी करोगे तो सरकार का पूर्ण समर्थन जांच एजेंसियों को मिलेगा.
इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने कार्यकताओं को आहवान करते हुए कहा कि एक-एक आदमी घर से निकलें. षडयंत्र का पर्दाफाश करें. झारखंड के लोग झुकना नहीं जानते.
कोई हमें गोली-बंदूक से डरा नहीं सकता है. उन्होंने ईडी पर भड़कते हुए कहा कि ईडी द्वारा हमारे साथ ऐसा व्यवहार किया जा रहा है. जैसा अपराधियों के साथ किया जाता है. ईडी द्वारा इस तरह बुलाया गया. मानों हम चोर उच्चके हैं. उन्होंने कहा कि आख़िर गैर भाजपा शासित राज्यों पर ही ईडी की कार्रवाई क्यों हो रही है.
उन्होंने कहा कि आजतक सिर्फ कारोबारियों ने ही देश का करोड़ों रुपये लेकर विदेश भागा है. उन्होंने कहा कि कोई नेता देश छोडकर नहीं भागा.
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