उदित वाणी, रांची: पिछले दिनों आयकर विभाग के सर्च अभियान में मिले 100 करोड़ रुपये के निवेश का हिसाब अब ईडी मांगेगा. सर्च अभियान के दौरान आयकर विभाग को शेल कंपनियों की अहम जानकारियों के अलावा इन कंपनियों के माध्यम से भारी मात्रा में नगद राशि के लेनदेन का भी सुराग मिला है.
आयकर विभाग द्वारा सर्च अभियान में प्राप्त अहम दस्तावेजों व डिजिटल सबूत की सॉफ्ट कॉपी ईडी को सौंप दी है. लौह अयस्क खनन कारोबारी पर भी गंभीर आरोप है. ज्ञात हो कि आयकर विभाग द्वारा तीन दिनों तक 50 से अधिक ठिकानों में सर्च अभियान चलाई गई थी.
जिसके तहत लौह अयस्क खनन कारोबारी शाह ब्रदर्स के भी कई ठिकानों में सर्च अभियान चलाई गई थी. शाह ब्रदर्स द्वारा अगस्त 2020 में झारखंड सरकार के खान विभाग में जो मासिक रिटर्न भरा था. उसके मुताबिक शाह ब्रदर्स के करमपदा खदान में 3.50 लाख टन लौह अयस्क ही मौजूद था.
जबकि कंपनी ने अधिकारियों के साथ मिलीभगत करके राज्य प्रदूषण नियंत्रण पर्षद से 5.70 लाख टन लौह अयस्क बेचने की अनुमति हासिल की थी. इसके साथ कोयले के अवैध कारोबार करने वाले कंपनियों के ठिकानों से भी आयकर को अहम जानकारी मिली है.
कंपनियों द्वारा कर चोरी के लिए नकद में भुगतान किया गया है और उत्पादन भी कम दिखाया गया है. इसके अलावा ईडी की रडार में राज्य के कांग्रेस के दो विधायकों पौड़ेयाहाट के प्रदीप यादव व बेरमो के कुमार जयमंगल उर्फ अनूप सिंह समेत कई कारोबारी भी आ गये हैं. अनूप सिंह के रिश्तेदारों से जुड़े शेल कंपनियों की कई अहम जानकारियां मिलने की भी बात कही गई है.
कई समूहों द्वारा खातों का रखरखाव भी नियमित ढंग से नहीं किया गया है. सर्च अभियान रांची, गोड्डा, बेरमो, दुमका, जमशेदपुर चाईबासा समेत पटना, गुरूग्राम व कोलकाता में चलाया गया था.
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