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वोकेशनल कोर्स के सभी अनुबंध शिक्षकों का कांट्रेक्ट एक साथ किया गया रेन्यू
उदित वाणी, जमशेदपुर: कोल्हान विश्वविद्यालय के अंगीभूत कॉलेजों में बीबीए व बीसीए, बीएससी आईटी में दाखिले के लिए विद्यार्थियों का टोटा है. कॉलेजों में दाखिले के लिए बेहद कम आवेदन प्राप्त् हुए हैं.
इसे देखते हुए विश्वविद्यालय ने बीबीए-बीएससी आईटी में दाखिले की तिथि बढ़ा दी है. अब विद्यार्थी 15 अक्तूबर तक इन कोर्स में दाखिले के लिए आवेदन कर सकते हैं.
चूंकि अबतक कॉलेजों में वोकेशनल कोर्स में दाखिले की रफ्तार बेहद सुस्त है और अधिकतर कॉलेजों में सीटें न भर पाने की स्थिति है. इसे देखते हुए विश्वविद्यालय ने तिथि 15 अक्तूबर तक बढ़ा दी है. हालांकि इससे सत्र विलंब होने का भी खतरा है.
इन बके बीच कोल्हान विश्वविद्यालय में इस बार एक साथ वोकेशनल-बीएड कॉलेज के शिक्षकों का अनुबंध रिन्यू किया गया. यह पहली बार है जब एक साथ सभी अनुबंध शिक्षकों का सर्विस ब्रेक किया गया, इसके बाद एक साथ इसे रिन्यू किया गया. इसके लिए शिक्षकों को विश्वविद्यालय आने की जरूरत नहीं पड़ी.
अनुबंध रिन्यू करने के बाद गुरुवार को सभी शिक्षकों का ब्रेकअप जारी किया गया. कोल्हान विश्वविद्यालय की ओर से जारी सूची के अनुरूप एक साथ कुल 104 शिक्षकों का अनुबंध रिन्यू किया गया.
इसमें केयू के अंगीभूत कॉलेजों के 50 बीएड शिक्षक, छह एमएड शिक्षक, बीसीए-बीएससी आईटी वबीबीए-एमबीए के 27 शिक्षक समेत बीएड व बीसीए के 22 शिक्षकेतर कर्मचारियों का अनुबंध रिन्यू किया गया है.
कोल्हान विश्वविद्यालय के प्रवक्ता डॉ. पीके पाणी के मुताबिक हर साल अलग-अलग समय पर शिक्षकों का अनुबंध रिन्यू किया जाता था, इस वजह से पूरी प्रक्रिया में लंबा समय लग जाता था. इस समस्या का निराकरण करने के लिए पिछले दिनों सीनेट की बैठक में तय किया गया कि सभी शिक्षकों का सर्विस ब्रेक इस साल एक साथ किया जाएगा, इसके बाद सभी का अनुबंध एक साथ फिर से शुरू किया जाएगा.
इसी प्रक्रिया के तहत एक साथ 104 शिक्षकों का सर्विस रिन्यू किया गया है. इस साल से अनुबंध भी 11 महीने के लिए किया गया है. पहले यह छह महीने का होता था. अब एक साथ 11 महीने बाद सर्विस ब्रेक किया जाएगा और दो दिन के ब्रेक के बाद शिक्षकों को पुन: अनुबंध पर बहाल किया जाएगा. आगे से यह प्रक्रिया एक ही साथ सभी शिक्षकों पर लागू की जाएगी.
कोल्हान विवि की टीम को-ऑपरेटिव लॉ कॉलेज के हालात का लेगी जायजा
कोल्हान विश्वविद्यालय ने जमशेदपुर को-ऑपरेटिव लॉ कॉलेज की खस्ता हालात का अब संज्ञान लिया है. विश्वविद्यालय की ओर से अब जमशेदपुर को-ऑपरेटिव लॉ कॉलेज की समस्याओं के निदान के लिए तीन सदस्यीय टीम का गठन किया है.
यह टीम कॉलेज का निरीक्षण कर मौजूदा समस्याओं की सूची तैयार करेगी और इनके निराकरण की संभावनाओं पर रिपोर्ट तैयार करेगी. इस टीम को लॉ कॉलेज के विद्यार्थियों के सात दिनों के उस अल्टीमेटम के बाद भेजा जा रहा है, जिसमें विद्यार्थियों ने लॉ कॉलेज की स्थित न सुधारे जाने पर भूख हड़ताल पर जाने की चेतावनी दी थी.
गौरतलब हो कि कोल्हान के इस एकमात्र सरकारी विधि कॉलेज को अब तक अलग इकाई का दर्जा नहीं मिला है. इसके कारण यहां मूलभूत संरचना भी कानून की पढ़ाई के लिए उपलब्ध नहीं है.
कोल्हान विश्वविद्यालय ने पिछले दिनों हुई 75वीं सिंडिकेट मीटिंग में कॉलेज के हालत सुधारने को कमेटी गठन करने का निर्णय लिया था, बावजूद इसके कोई पहल नहीं की गई थी.
इसके बाद छात्र अमर तिवारी ने कोल्हान विश्वविद्यालय को सात दिन में इस बाबत पहल करने का अल्टीमेटम दिया था. अल्टीमेटम के पांचवें दिन विवि के कुलसचिव ने तीन सदस्यीय टीम को भेजने का नोटिफिकेशन जारी किया.
इस टीम में सिंडिकेट सदस्य राजेश कुमार शुक्ला, जमशेदपुर को-ऑपरेटिव लॉ कॉलेज के प्राचार्य जितेंद्र कुमार और जमशेदपुर को-ऑपरेटिव कॉलेज के प्राचार्य अमर सिंह को शामिल किया गया है. टीम सोमवार तक लॉ कॉलेज आ सकती है.
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