अखिल झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ पूर्वी सिंहभूम जिला कमेटी की बैठक में उठा मुद्दा
उदित वाणी , जमशेदपुर: पूर्वी सिंहभूम जिले के शिक्षक शिक्षा विभाग द्वारा रोज तरह-तरह की सूची-जानकारी मांगे जाने से परेशान हैं. शिक्षकों से रोज कई तरह की जानकारियों को ऑनलाइन पोर्टल में डालने समेत फाइलिंग करने के लिए कहा जाता है. शिक्षकों के मुताबिक इससे पठन-पाठन में समस्या आ रही है और वे अपना मूल काम नहीं कर पा रहे हैं.
इस बाबत मंगलवार को अखिल झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ, पूर्वी सिंहभूम जिला कमेटी की बैठक संघ के जिलाध्यक्ष शिव शंकर पोलाई की अध्यक्षता में ठक्करबापा मध्य विद्यालय में संपन्न हुई. बैठक में बिना आधारभूत संरचना प्रदान किए अत्यधिक विभागीय प्रतिवेदन की मांग करने सहित गैर शैक्षणिक कार्यों के कारण गुणवत्ता शिक्षा प्रभावित होने पर चर्चा की गई.
इसके साथ ही समय पर मध्यान भोजन राशि प्राप्त नहीं होने, शिक्षकों की कमी, एक या दो शिक्षकीय विद्यालयों में किसी शिक्षक के अवकाश पर जाने से पठन-पाठन में होने वाले परेशानी, शिक्षकों को बीएलओ कार्य से मुक्त करने, अन्य गैर शैक्षणिक कार्यों में लगे शिक्षकों को मुक्त कर उन्हें विद्यालय भेजने, मध्यान भोजन हेतु विभाग द्वारा निर्धारित मीनू के अनुसार सेंट्रल किचन से आपूर्ति किए जाने वाले मध्यान भोजन का मीनू पुन: निर्धारित करने आदि पर चर्चा की गई.
यह निर्णय लिया गया कि सभी समस्याओं के संबंध में उपायुक्त सहित जिला शिक्षा अधीक्षक से संघ का प्रतिनिधिमंडल शीघ्र मिलकर समस्या समाधान की मांग करेंगे. संघ के जिला संगठन मंत्री दिलीप कुमार महतो के सेवानिवृत्त होने की स्थिति में पद रिक्त होने के कारण अगली बैठक में जिला संगठन मंत्री के पद पर चयन हेतु निर्णय लिया जाएगा.
इसके साथ ही जिस प्रखंड में प्रखंड कमेटी का कार्यकाल समाप्त हो चुका है या जहां चुनाव कराने की आवश्यकता है वहां शीघ्र ही प्रखंड कमेटी का भी पुनर्गठन करने का निर्णय लिया गया. बैठक में मुख्य रूप से संघ के वरीय शिक्षक प्रतिनिधि सुनील कुमार, पूर्व जिला अध्यक्ष सुनील कुमार यादव सहित सरोज कुमार लेंका, माधिया सोरेन, संजय कुमार केसरी, भूरका बयार बेसरा, आशुतोष कुमार, अरुण ठाकुर, रंजीत घोष, परीक्षित महतो, सुनील कुमार वर्मा, दिलीप कुमार महतो सहित अन्य संघ के पदाधिकारी उपस्थित थे.
स्कूलों में शनिवार की छुट्टी को झारखंड प्रदेश शिक्षक संघर्ष मोर्चा ने बताया छलावा
झारखंड के सरकारी स्कूलों में हर महीने के तीसरे शनिवार को छुट्टी घोषित की गई है. इसका आदेश शिक्षा विभाग ने पिछले दिनों जारी कर दिया है. हालांकि झारखंड प्रदेश शिक्षक संघर्ष मोर्चा ने इसे छात्र, शिक्षक एवं राज्य की शिक्षा व्यवस्था के लिए छलावा करार दिया.
मोर्चा के संयोजक विजय बहादुर सिंह, अमीन अहमद, शैलेंद्र सुमन, मंगलेश्वर उरांव, प्रेम प्रसाद राणा, आशुतोष कुमार, सुधांशु कुमार सिंह ने कहा कि राज्य के विद्यालयों की शिक्षा व्यवस्था को दुरुस्त करने के नाम पर सचिव द्वारा मात्र शिक्षण अवधि विस्तार किया जा रहा है.
यह शिक्षा के प्रति बड़ा धोखा है.
गौरतलब हो कि शिक्षा विभाग ने महीने के तीसरे शनिवार को स्कूलों में छुट्टी होने की अधिसूचना जारी की है. शिक्षक संघों की मांग पर सरकार ने लिया फैसलाझारखंड के सरकारी स्कूलों में अब हर महीने के तीसरे शनिवार को छुट्टी होगी. इस दिन शिक्षक और छात्र स्कूल नहीं आएंगे. अन्य शनिवार को सुबह 10 बजे से फूड डे क्लास का संचालन होगा.
हर महीने के तीसरे शनिवार को झारखंड के सरकारी स्कूल बंद रहेंगे. शेष शनिवार को पूरा दिन स्कूल चलेगा. शिक्षक संघों के आग्रह पर स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग ने यह निर्णय लिया है. शिक्षा सचिव राजेश शर्मा ने इस संबंध में अधिसूचना जारी कर दी है. स्कूल में छुट्टी रहने के कारण उक्त शनिवार को मिड डे मील नहीं बनेगा.
शिक्षा सचिव राजेश शर्मा ने कहा कि बच्चों को साल में कम से कम 252 दिन मिड डे मील देना है. तीसरे शनिवार को अवकाश देने के कारण साल में 12 दिन छुट्टी और बढ़ जाएगी. इसका आकलन कर लिया जाएगा.
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