रांची में भी कांग्रेस के ही विधायक अनूप सिंह ने तीनों पर दर्ज कराई एफआईआर
उदित वाणी,रांची: हावड़ा कैश कांड में पकड़ाने वाले जामताड़़ा के विधायक इरफान अंसारी, खिजरी के विधायक राजेश कच्छप एवं कोलेबिरा के विधायक नमन विक्सल कोनगाड़़ी को कांग्रेस पार्टी ने सस्पेंड कर दिया. वहीं कांग्रेस पार्टी के ही विधायक कुमार जयमंगल उर्फ अनूप सिंह ने मामले में स्थानीय अरगोड़ा थाना में गंभीर धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज करायी है. जिसमें उन्होंने कहा कि उन्हें भी 10 करोड़ रूपये के साथ मंत्री पद का ऑफर दिया गया था. इसके साथ ही बताया गया है कि अरगोड़ा थाना द्वारा जीरो एफआईआर दर्ज करते हुए एफआईआर की कॉपी पश्चिम बंगाल पुलिस को भेज दी गई है। उधर शनिवार को पश्चिम बंगाल के ग्रामीण हावड़ा के पांचला थाना क्षेत्र में वाहन जांच के क्रम में 49 लाख 37 हजार 300 रूपये नकदी के साथ हिरासत में लिए गए राज्य के कांग्रेस के उक्त तीनों विधायकों समेत कुल पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया और रविवार को पहले मेडिकल परीक्षण के लिए ले जाया गया. फिर उन्हें हावड़ा की जिला अदालत में पेश किया गया. जहां पश्चिम बंगाल के सरकारी अधिवक्ता तारागति घटक ने बताया कि अदालत ने उन्हें 10 दिनों की पुलिस रिमांड पर भेजने का आदेश दिया तथा मामले की जांच का जिम्मा सीआईडी को सौंपा गया है. आरोपियों में विधायक इरफान अंसारी, राजेश कच्छप व नमन विक्सल कोनगाड़ी के अलावा इरफान के पीए कुमार प्रतीक व ड्राइवर चंदन कुमार शामिल हैं।ं हावड़ा ग्रामीण पुलिस अधीक्षक स्वाति भंगालिया के अनुसार आरोपियों पर आईपीसी की धारा 420, 120 बी, 171 ई व 34 के अलावा पीसी एक्ट की धारा 8/9 के तहत मामला दर्ज किया गया है. स्वाति भंगालिया ने कहा कि हमें सटीक सूचना मिली थी कि एक कार में भारी मात्रा में पैसा ले जाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि पकड़ाने के बाद विधायकों से धन के स्रोत व इसे कहां ले जाया जा रहा था. इसके बारे में लगातार पूछताछ की जा रही है. परन्तु विधायकों द्वारा संतोषजनक जबाब नहीं दिया जा रहा है. वहीं हावड़ा सिटी पुलिस के डीसीपी साउथ प्रतिक्षा झाखरिया ने बताया कि पुलिस ने मुखबिरों से मिले इनपुट के आधार पर पांचला थाना क्षेत्र के रानीहाटी में राष्ट्रीय राजमार्ग 16 पर नाकाबंदी कर उनकी गाड़ी रोकी गई. वहीं बताया गया कि बंगाल पुलिस को केन्द्र सरकार के स्पेशल ब्रांच से दिल्ली व झारखंड दोनों जगह से बंगाल पुलिस को जामताड़ा विधायक की गाड़ी से भारी मात्रा में कैश ले जाने के इनपुट मिले थे. वहीं मिली जानकारी के अनुसार कैश कांड में पकड़ाने वाले विधायकों ने हावड़ा पुलिस को बताया कि 9 अगस्त को होनेवाले आदिवासी दिवस के अवसर पर साड़ी बांटने के लिए वे लोग कोलकाता के बड़ा बाजार साड़ी खरीदने जा रहे थे. विधायकों ने पकड़ी गई राशि को अपना बताया है और विधायकों ने पुलिस व आयकर विभाग को अपना पैन कार्ड भी दिखाया है. लिहाजा मामले में आयकर विभाग द्वारा भी जांच तेज कर दी गई है.
10 करोड़ नगद के साथ मंत्री पद का उन्हें भी दिया गया था प्रलोभन, इरफान असम के सीएम से मिलाने गुवाहाटी ले जाने के लिए बना रहे थे दबाव-अनूप सिंह
इधर कांग्रेस के बेरमो के विधायक कुमार जयमंगल उर्फ अनूप सिंह ने नकद के साथ पकड़े गये तीनों विधायकों के खिलाफ रांची के अरगोड़ा थाना में लिखित शिकायत दर्ज कराई है और उन्होंने मामले में भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम पीसी एक्ट की धारा 7सी तथा क्रिमिनल एक्टिविटी पर रोक लगाने के लिए आईपीसी की धारा 120 बी के तहत कार्रवाई करने की मांग की है. अरगोड़ा थाना को दिये गये अपने आवेदन में उन्होंने कहा कि राज्य की हेमंत सोरेन सरकार को गिराने के लिए प्रत्येक विधायक को 10 करोड़ रुपये ऑफर किया गया. अनूप सिंह ने आरोप लगाया कि तीनों ने उन्हें भी 10 करोड़ रूपये व मंत्री पद का प्रलोभन दिया तथा उन्हें गुवाहाटी ले जाने व असम के मुख्यमंत्री हेमंत बिस्वा सरमा से मिलने के लिए कोलकाता बुलाया था. अनूप सिंह के अनुसार बिस्वा सरमा ने कथित तौर पर नई सरकार में प्रति विधायक 10 करोड़ रुपये के अलावा एक निश्चित मंत्री पद का आश्वासन दिया. उन्होंने पुलिस को दिए आवेदन में कहा कि इरफान को स्वास्थ्य मंत्रालय दिये जाने का आश्वासन मिला था. जो मौजूदा झामुमो व कांग्रेस सरकार को गिराने के बाद ही मिल सकता था. हेमंत बिस्वा सरमा से मिलने तीनों विधायक गुवाहाटी जानेवाले थे और इरफान उन्हें भी गुवाहाटी ले जाने के लिए दबाव डाल रहे थे.
मामले की छानबीन की जा रही है, अन्य विधायकों के शामिल होने पर उनके खिलाफ भी की जायेगी कार्रवाई-ठाकुर
प्राथमिकी दर्ज कराने उनके साथ पार्टी के प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर भी अरगोड़ा थाना गये थे. थाने में आवेदन देने के बाद प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में राजेश ठाकुर व पार्टी विधायक दल के नेता आलमगीर आलम ने संवाददाताओं के साथ बातचीत में कहा कि यह मामला काफी गंभीर है और सरकार गिराने की साजिश में और कौन-कौन विधायक शामिल हैं. पूरे मामले की छानबीन की जा रही है. उन्होंने कहा कि मामले में अन्य के शामिल होने की जानकारी मिलने पर उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जायेगी.
भाजपा गैर भाजपाई सरकारों को गिराने के लिए सरकारी एजेंसियों का कर रही है इस्तेमाल- अविनाश पांडेय
उधर कांग्रेस नेता पवन खेड़ा व झारखंड कांग्रेस प्रभारी अविनाश पांडेय ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि हावड़ा में कैश कांड में पकड़ाने वाले पार्टी के झारखंड के तीनों विधायकों को सस्पेंड कर दिया गया है. लेकिन बड़ा सवाल है कि सरकारी एजेंसियों को जो काम करना चाहिए। वह काम करना बंद कर दिया है और सरकारी जांच एजेंसियां आजकल भाजपा के प्रकोष्ठ की तरह काम कर रही है. उन्होंने कहा कि पिछले 8 सालों में सरकारी एजेंसियां इसी तरह की खबरों में आई है. उन्होंने कहा कि सरकारी एजेंसियों के माध्यम से गैर भाजपाई विधायकों को धमकाया जा रहा है. एक मुख्यमंत्री तख्ता पलट कराने में लगे हैं. उन्होंने कहा कि अरुणाचल प्रदेश, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश, राजस्थान, महाराष्ट्र व गोवा के बाद अब झारखण्ड. भाजपा हर महीने अपनी निम्नस्तरीय राजनीति का उदाहरण पेश करती है.
22 साल कांग्रेस में था, पार्टी के बड़े नेता भी उनके संपर्क में है-हेमंत बिस्वा सरमा
वहीं असम के मुख्यमंत्री हेमंत बिस्वा सरमा ने उनके उपर लगाये गये आरोपों पर पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के बड़े से बड़े नेता उनके संपर्क में है. राजनीति की बात नहीं है. लेकिन जब एक व्यक्ति 22 साल एक पार्टी में रहता है. तब संपर्क तो बनते ही हैं। इसके लिए एफआईआर दर्ज कराना, पता नहीं कांग्रेस को क्या हो गया है.
उदित वाणी टेलीग्राम पर भी उपलब्ध है। यहां क्लिक करके आप सब्सक्राइब कर सकते हैं।